एयरपोर्ट और रीगल पर 24 घंटे में 4 इंच वर्षा दर्ज
इंदौर। इंदौर (indore) में बीती रात पहाड़ी क्षेत्रों (hilly areas की तरह बादल फटने (cloudburst) जैसी स्थिति बनी। शहर में देर रात मूसलधार बारिश (torrential rain) हुई। इसके साथ ही तेज धमाकों ( strong blasts) की तरह बिजली (lightning) की गडग़ड़ाहट भी हुई। शहर के मध्य में रीगल पर आधे घंटे में ही 3 इंच बारिश दर्ज हो गई, जो संभवत: अपनी तरह की पहली घटना थी। वहीं इस दौरान एयरपोर्ट और कृषि महाविद्यालय (griculture college) क्षेत्र में भी 2 इंच बारिश हुई। 24 घंटे की बात करें तो एयरपोर्ट और रीगल पर 4 इंच और कृषि महाविद्यालय पर 2 इंच बारिश दर्ज हुई।
मौसम विभाग (meteorological department) ने कल रात 10.10 बजे ही शहर में तेज बारिश की संभावना के साथ रेड अलर्ट (red alert) जारी किया था और यह संभवत: पहली बार सही भी साबित हुआ। विमानतल स्थित मौसम केंद्र पर कल सुबह 8.30 से शाम 5.30 तक 2 इंच बारिश हो चुकी थी, लेकिन तब शहर का बाकी हिस्सा सूखा था। वहीं रात 3 बजे के बाद पूरे शहर में एक साथ तेज बारिश शुरू हुई। यहां रात को भी 2 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज हुई और 24 घंटे का आंकड़ा 4.3 इंच पर पहुंच गया। रीगल सर्कल स्थित पुलिस कंट्रोल पर रूम पर लगे वेदर मॉनीटरिंग स्टेशन पर रात 3 से 3.30 बजे के बीच 3 इंच बारिश दर्ज हुई। वहीं 1 घंटे में यानी 3 से 4 के बीच 3.6 इंच बारिश दर्ज हुई। यहां कल सुबह से आज सुबह के बीच एयरपोर्ट (airport) की तरह ही कुल 4.3 इंच बारिश रिकार्ड की गई। वहीं कृषि महाविद्यालय (griculture college) स्थित मौसम केंद्र पर रात तक हलकी बारिश ही थी, लेकिन रात को यहां 2.45 से 3.15 के बीच करीब 2 इंच (1.89 इंच) बारिश दर्ज की गई।
बादल फटना यानी 1 घंटे में 100 मिमी वर्षा
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बादल फटने की स्थिति अकसर पहाड़ी क्षेत्रों में देखी जाती है, इसलिए इस शब्द का इस्तेमाल भी उन्हीं क्षेत्रों के लिए किया जाता है। बादल फटने की स्थिति तब मानी जाती है, जब एक घंटे में 100 मिलीमीटर बारिश दर्ज हो। इंदौर में रीगल पर कल रात 3 से 4 के बीच 90 मिमी वर्षा हुई, जो बादल फटने जैसी स्थिति ही है।
आज भी अच्छी बारिश के आसार, कल से बंगाल की खाड़ी में सिस्टम तैयार
मौसम विभाग ने आज भी शाम को अच्छी बारिश का अनुमान जताया है। वहीं बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम भी सक्रिय हो चुका है। इसका असर शहर पर कल से अगले 3 दिनों तक देखने को मिलेगा। इस दौरान भी तेज बारिश की संभावना है।
एयरपोर्ट पहुंचा 25 और रीगल 32 इंच के पार
कल रात हुई बारिश के बाद शहर में मौसम के आंकड़े काफी राहत देने वाली स्थिति में आ चुके हैं। एयरपोर्ट पर अब तक जहां कुल 25.2 इंच बारिश हो चुकी है, वहीं रीगल पर 32.1 इंच और कृषि महाविद्यालय पर 26.6 इंच बारिश रिकार्ड हो चुकी है। जिले में पूरे बारिश के सीजन में औसत 37.5 इंच बारिश होती है। इंदौर बारिश की आधी अवधि में ही इस आंकड़े के बहुत करीब पहुंच चुका है। अच्छी बारिश के कारण सारे तालाब भी लगभग भर चुके हैं।
भीषण वर्षा…कान्ह नदी उफनी
बीती रात 3 बजे से बादल की गड़ग़ड़ाहट के बाद तेज बारिश का दौर शुरू हो गया और कुछ ही देर में कई इलाके जलजमाव की चपेट में आ गए। शिवाजी मार्केट के समीप बने छोटे पुल और कुलकर्णी भट्टा के पुराने पुल से पानी बहने लगा। साउथ तोड़ा, नार्थ तोड़ा, जूनी इंदौर, द्वारकापुरी, विद्या पैलेस, छोटा बांगड़दा, गुरु नानक कालोनी, रणजीत हनुमान मंदिर के पीछे की कई कालोनियों के साथ-साथ बीआरटीएस, पलासिया, रीगल, कलेक्टोरेट, हरसिद्धि सहित गंगवाल और सरवटे बस स्टैंड के आसपास के हिस्सों में भी सडक़ों पर पानी भर गया। कई जगह एहतियात के तौर पर पुलिसकर्मियों के साथ-साथ निगमकर्मियों की तैनाती भी की गई।
बीती रात हुई बारिश से कई इलाकों में पानी की निकासी हो गई, लेकिन अधिकांश जगह लोग इससे परेशान होते रहे। झोनलों से निगम की टीमें कई स्थानों पर पानी निकासी के लिए रवाना की गईं, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली और लोगों के घरों में सुबह तक पानी भरा रहा। वहीं बिजली गुल होने के कारण परेशानी और बढ़ गई।
आधा दर्जन स्थानों पर पेड़ गिरे
आज तडक़े तेज बारिश और जोरदार हवा-आंधी के कारण कालानी नगर, एयरपोर्ट रोड, चोइथराम सब्जी मंडी, दस्तूर गार्डन के सामने, चोइथराम चौराहा, वसंत विहार सहित कई स्थानों पर पेड़ गिरने की सूचनाएं आईं, जिसके चलते उद्यान विभाग की टीमें मौके पर भेजी गईं।
शिवाजी मार्केट, कुलकर्णी भट्टा का पुराना पुल डूबा
तेज बारिश के बाद कान्ह नदी में जलस्तर इतना बढ़ गया कि शिवाजी मार्केट से जूना तुकोगंज को जोडऩे वाले वर्षों पुराने पुल से पानी बहने लगा। रात्रि गश्त कर रहे पुलिसकर्मियों ने स्थिति देखी तो कुछ जवानों को सुरक्षा के बतौर तैनात कर दिया। कई जगह कान्ह नदी का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ था और कृष्णपुरा छत्री के आसपास सीढिय़ों तक पानी आ चुका था। इसके अलावा कुलकर्णी भट्टा का पोलोग्राउंड क्षेत्र को जोडऩे वाला पुराना पुल भी डूब गया। पुल के ऊपर से पानी जा रहा था और वहां निगमकर्मी तैनात थे।
चौराहे जलमग्न…70 शिकायतें
पलासिया चौराहा, इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल, बीआरटीएस, मनोरमागंज, कलेक्टोरेट, हरसिद्धि, माणिकबाग, जूनी इंदौर, सिंधी कालोनी, भंवरकुआं चौराहा से लेकर गंगवाल बस स्टैंड और जूनी इंदौर मुक्तिधाम के सामने समेत कई इलाकों और चौराहों पर जलजमाव हो गया था। निगम कंट्रोल रूम पर करीब 70 से ज्यादा स्थानों पर जलजमाव होने की शिकायतें आईं। इनमें राजमोहल्ला, वाल्मीकि बस्ती, विंध्याचल पैलेस, भूतेश्वर रोड, साधना नगर, विद्या पैलेस, जनता कालोनी, बड़ा बांगड़दा, वसंत विहार, कुलकर्णी भट्टा, बाणगंगा, स्मृति नगर, द्वारकापुरी, विदुर नगर, शांतिनाथपुरी सहित कई स्थान शामिल हैं।
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