नई दिल्ली: शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश करने वाले इन्वेस्टर्स के लिए बुधवार का दिन बेहद बुरा साबित हुआ. एक ओर जहां सेंसेक्स 1600 अंक से ज्यादा तक टूटा (Sensex fell by more than 1600 points), वहीं निफ्टी ने भी 450 अंकों से ज्यादा का गोता लगा दिया. मार्केट में आए इस भूचाल के बीच निवेशकों के 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा साफ हो गए. सबसे ज्यादा नुकसान देश के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर के बैंक HDFC Bank को हुआ, क्योंकि बैंक ने तीन महीने में जितना कमाया उसका पांच गुना से ज्यादा एक झटके में साफ हो गया. आइए जानते हैं कैसे?
सबसे पहले बात कर लेते हैं शेयर बाजार में मचे कोहराम (Share Market Crash) के बारे में तो बता दें बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) सुबह 9.15 बजे पर गिरावट के साथ 71,988 के लेवल पर ओपन हुआ था और मार्केट क्लोज होने पर ये 1628.02 अंक या 2.23 फीसदी फिसलकर 71,500.76 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) इस समय तक 460.35 अंक की गिरावट के साथ 21,571.95 के लेवल पर क्लोज हुआ. Stock Market में आई इस बड़ी गिरावट के चलते निवेशकों की 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति साफ हो गई.
मार्केट में दिनभर चले गिरावट के सिलसिले के बीच सबसे ज्यादा नुकसान HDFC Bank के निवेशकों को उठाना पड़ा है. दरअसल, कंपनी के शेयर 8 फीसदी से ज्यादा फिसल गए. कारोबार के आखिरी घंटे में HDFC Bank Stock में तेज गिरावट दर्ज की गई और ये बीएसई पर 8.57 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ 1535 रुपये के लेवल पर आ गया था. बता दें एचडीएफसी के शेयर ने पूरे दिन लाल निशान पर कारोबार किया. सुबह 9.15 बजे पर ये 1570 रुपये के लेवल पर ओपन हुआ था और इसने 1528 रुपये के लो लेवल को छुआ. बैंक के शेयरों में आई इस गिरावट के चलते इसके निवेशकों (HDFC Bank Investors) को 100,000 करोड़ रुपये का घाटा उठाना पड़ा है.
HDFC Bank Share में ये गिरावट इसलिए भी हैरान करने वाली है, क्योंकि बीते कारोबारी दिन मंगलवार को ही कंपनी ने अपने दिसंबर तिमाही के नतीजे घोषित किए थे, जो कि बेहद शानदार रहे थे. HDFC Bank Q3 Results पर नजर डालें, तो दिसंबर तिमाही में बैंक के नेट प्रॉफिट में 34 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इस हिसाब से से तीन महीने में एचडीएफसी बैंक ने 16,372 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया. जबकि, एक ही दिन के कारोबार में कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन (HDFC Bank MCap) 100,000 करोड़ रुपये घट गया. बीते कारोबारी दिन मंगलवार को एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैपिटलाइजेशन बाजार बंद होनेपर 12,74,740.22 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था, लेकिन बुधवार को ये घटकर 11.68 लाख करोड़ रुपये रह गया. इस हिसाब से देखें तो कंपनी की वैल्यू एक दिन में ही 106740.22 करोड़ रुपये कम हो गई.
बुधवार को बैंक निप्टी (Bank Nifty) 2000 अंक या 4.22 फीसदी तक टूट गया. अगर गिरावट वाले शेयरों की बात करें, तो एचडीएफसी बैंक से अलावा इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (Indian Energy Exchange) का स्टॉक करीब 10 फीसदी टूटकर 147.85 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया. ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) 4.46% फिसलकर 127.60 रुपये प्रति शेयर, फिनोनेक्स इंडस्ट्रीज 3.82% की गिरावट लेकर बंद हुआ.
अंतरराष्ट्रीय मार्केट में गिरावट की वजह से भारतीय बाजार में भी भूचाल आया और बता दें कि HDFC Bank देश का सबसे बड़ा बैंक है, बैंक निफ्टी में सबसे ज्यादा एचडीएफसी बैंक का वेटेज है. इसमें गिरावट की बड़ी वजह पर गौर करें, तो बीते कारोबारी दिन मंगलवार को बैंक ने अपने दिसंबर तिमाही के जो नतीजे पेश किए थे, वो शेयर बाजार को पसंद नहीं आए. इस वजह से आज मार्केट ओपन होते हुए HDFC Bank Share में गिरावट हावी हुई और धीरे-धीरे ये बढ़ती गई.
HDFC Bank Stock के शेयरों पर में गिरावट की और भी कई वजह मानी जा सकती हैं. जैसे कि नुवामा की ओर से बैंकिंग शेयर को डाउनग्रेड किया गया है. इसने HDFC Share का टारगेट प्राइस 1770 रुपये से घटाकर 1730 रुपये कर दिया है. इसके अलावा फिलिप कैपिटल ने कहा है कि एचडीएफसी बैंक के नतीजे बैलेंस शीट में अतिरिक्त लिक्विडिटी की कमी के अनुरूप रहे, लेकिन ये स्थिति बैंक के लिए जमा जुटाने में चुनौती पैदा कर रही है. मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि एचडीएफसी बैंक का मार्जिन काफी हद तक सपाट रहा, जो उसकी उम्मीदों से थोड़ा कम था. वहीं बैंक के एलसीआर रेशियो में काफी कमी आई.
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