सीहोर। किसानों की रबी की उपज से काफी उ मीदें रहती हैं, खास तौर से गेहूं पर, किसान आस लगाए बैठा था, अच्छी पैदावार होने पर देनदारियों से अन्य कामकाज निपटा लेगा, लेकिन यहां तो वह चौतरफा घिरा हुआ नजर आ रहा है, अब जब उसकी उपज मंडियों में है तो उपज के दाम इतने कम हैं कि उसे अपनी लागत निकालनी भी मुश्किल पड़ रही है, वहीं सर्वर डाउन होने के कारण खरीदी केन्द्रों पर समर्थन मूल्य में अपनी उपज बेचने के लिए वह स्लाट बुक भी नहीं कर पा रहा है, स्लाट बुकिंग नहीं होने से अनाज तुलाने की भारी समस्या किसानों के सामने है। स्लाट बुक नहीं होने की जानकारी देने में कोई जि मेदार अधिकारी नहीं है जो किसान को सही जानकारी दे सकें। शासकीय तुलाई प्रारंभ हो चुकी है और किसानों को अभी तक अनाज कहां तुलाना है इसके लिए स्लाट बुक नहीं हो पाए हैं जो अच्छे गेहूं है वह तो मंडी में शासकीय मूल्य से अधिक कीमत पर बिक रहे है, लेकिन जिस गेहूं के दाम कम है उसे किसान शासकीय मूल्य पर बेचने के लिये परेशान हैं। किसानों के पास निकला हुआ गेहंू भी घरो में रखना बड़ी समस्या बना हुआ है। इधर बारिश, ओले, आंधी से खराब हुई फसलों का उसे मुआवजा भी नहीं मिल पा रहा है।
किसानों को पैसे की आवश्यकता
इस समय किसानों को पैसे की आवश्यकता है, किसानों का कहना है कि उन्हें बिजली के बिलों का भी भुगतान करना, वहीं निजी देन दारियों को भी चुकाना है, मंडियों में उपज के दाम बहुत कम मिल रहे हैं, स्लाट भी बुक नहीं हो पा रहे और मुआवजा नहीं मिला है। इससे किसानों को इन दिनों खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बीमा कंपनी सर्वे कर रही है
इस संबंध में उपसंचालक कृषि सीहोर केके पांडे का कहना है कि जिन किसानों ने बीमा कंपनी की टेलीफोन पर फसल बर्बाद होने की शिकायत कराई उन्ही किसानों का सर्वे किया गया है। सर्वे कार्य अभी चल रहा है।
आठ घंटे हो रहे स्लाट बुक
प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी सुनील कुमार बोहित का कहना है कि सर्वर डाउन होने के कारण से स्लाट बुकिंग की समस्या आ रही थी, आठ घंटे स्लाट बुक हो रहे हैं। अब किसानों को कोई समस्या नहीं आएगी।
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