ठाणे। बॉम्बे उच्च न्यायालय (Bombay High Court) ने बुधवार को ठाणे के बदलापुर (Badlapur of Thane) स्थित एक स्कूल में दो किंडरगार्टन छात्राओं (Kindergarten girls) के यौन शोषण की घटना का स्वत: संज्ञान लिया है। न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति पृथ्वीराज चव्हाण की खंडपीठ आज मामले की सुनवाई करेगी। पिछले हफ्ते महाराष्ट्र (Maharashtra) के बदलापुर में एक स्कूल में हाउसकीपिंग कर्मियों द्वारा दो किंडरगार्टन लड़कियों के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 13 अगस्त को स्कूल के शौचालय में हुई। प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के अनुसार, माता-पिता ने 16 अगस्त को पुलिस को घटना की सूचना दी। परिवार ने कहा कि उनकी शिकायत के 11 घंटे बाद एफआईआर दर्ज की गई।
17 अगस्त को पुलिस ने 23 वर्षीय स्कूल अटेंडेंट अक्षय शिंदे को दो लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया था। स्थानीय अदालत ने उसकी पुलिस हिरासत 26 अगस्त तक बढ़ा दी है। इस घटना के बाद, दो किंडरगार्टन लड़कियों के कथित यौन शोषण को लेकर कई विरोध प्रदर्शन हुए हैं। आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मंगलवार को घटना का स्वतः संज्ञान लिया और महाराष्ट्र के अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी।
इसने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी। इस बीच महाराष्ट्र के ठाणे जिले में बदलापुर कस्बे के एक स्कूल में दो बच्चियों के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार व्यक्ति की पुलिस हिरासत की अवधि एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को 26 अगस्त तक बढ़ा दी।
पिछले सप्ताह जिस स्कूल में यह घटना हुई थी, आरोपी उसमें सहायक के रूप में कार्यरत था। उसे बुधवार सुबह पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच जिले के कल्याण में एक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाडी (एमवीए) ने दो स्कूली बच्चियों के कथित यौन उत्पीड़न की घटना के विरोध में 24 अगस्त को ‘‘महाराष्ट्र बंद’’ का आह्वान किया है।
महाराष्ट्र शिक्षा विभाग ने बदलापुर यौन शोषण मामले के मद्देनजर बुधवार को राज्य के सभी स्कूलों को एक महीने के भीतर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया। कल्याण बार एसोसिएशन ने अपने सभी सदस्यों से अपील की कि बदलापुर मामले में गिरफ्तार आरोपी की ओर से अदालत में पेश न हों।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल के गठन का आदेश दिया है, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) की नेता सुप्रिया सुले ने बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा और उपमुख्यमंत्री फडणवीस के इस्तीफे की मांग की। फडणवीस के पास गृह मंत्रालय का भी प्रभार है।
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