नई दिल्ली। कानपुर के चौबेपुर थाना इलाके के बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम के 8 पुलिस कर्मियों को ढेर कर शहीद करने वाले कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर मामले को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई समाचार लिखे जाने तक जारी है । सूत्रों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में उत्तर प्रदेश की सरकार की ओर से जवाब पेश कर दिया गया है। बताया गया है कि यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को दिए अपने जवाब में साफ-साफ कहा है कि विकास दुबे का एनकाउंटर फर्जी नहीं था । इसकी तुलना हैदराबाद एनकाउंटर से करना कतई उचित नहीं होगा । यूपी सरकार ने अपने जवाब में सुप्रीम कोर्ट को यह भी बताया है कि उज्जैन से कानपुर लाते समय पुलिस काफिले की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था। गाड़ी पलटने के बाद कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे। हादसे के दौरान 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने घटनास्थल से भागने की पूरी कोशिश की थी। उसने एक घायल पुलिसकर्मी की रिवाल्वर लेकर भागने की कोशिश की तो पुलिस ने उसे सरेंडर करने को कहा था, लेकिन वह सरेंडर करने को तैयार नहीं हुआ। इतना ही नहीं हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे ने पुलिस पर 9 राउंड गोलियां भी चलाई थी। तत्पश्चात आत्मरक्षा में पुलिस को गोलियां चलानी पड़ी, जिसमें अपराधी विकास दुबे मारा गया।
सूत्रों से खबर है कि कानपुर पुलिस ने विकास दुबे के बिकरू गांव में जेसीबी लगाकर पुलिस का रास्ता रोकने वाले ड्राइवर राहुल पाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । ड्राइवर राहुल पाल ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि विकास दुबे ने धमकी देकर जेसीबी को सड़क पर खड़ा करवाया था। दूसरी तरफ मुठभेड़ स्थल का जांच करने के लिए फॉरेंसिक टीम भी आज भी बिकरू गांव पहुंच गई है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved