नई दिल्ली। जीभ (tongue) हमारे शरीर का एक अहम हिस्सा है. खाने के स्वाद (taste of food) का पता हम जीभ की वजह से ही लगा पाते हैं. इन सब के अलावा आपको जानकर हैरानी होगी कि जीभ के रंग से हमारी हेल्थ का भी पता चलता है. अगर आपके जीभ का रंग बदल रहा है तो बिना समय बर्बाद किए आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. दरअसल, हाल ही में एक रिसर्च सामने आई है जिसमें साफ लिखा गया है कि कई गंभीर बीमारी (serious illness) के शुरुआती लक्षण में जीभ का रंग बदलता है.
सफेद रंग की जीभ
आपके जीभ का रंग सफेद (color white) हो गया है तब यह एक बड़ी बीमारी का संकेत है. विशेषज्ञों के मुताबिक जब आपका जीभ सफेद रंग की हो रही है तो आपके शरीर में पानी की भारी कमी हो रही है. सफेद जीभ ल्यूकोप्लेकिया, ओरल लिचेन प्लेनस और सिफिलिस (Oral Lichen Planus and Syphilis) जैसे बीमारियों के शुरुआती लक्षणों को दर्शाता है.
लाल रंग की जीभ
डॉक्टर्स के मुताबिक अगर आपके जीभ का रंग लाल हो गया है तो यह अक्सर ऐसी स्थिती में होता है जब शरीर में फ्लू, बुखार या संक्रमण ने दस्तक दी हो. लाल जीभ विटामिन बी और आयरन की कमी के लक्षण को दर्शाता है.
काले रंग की जीभ
जीभ का काला (tongue black) पड़ना एक गंभीर और बड़ी बीमारी का संकेत हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक जीभ का काला पड़ना कैंसर, फंगस और अल्सर जैसी बीमारी होने का संकेत देता है. गले में बैक्टीरिया या फंगस की वजह से भी अक्सर जीभ का रंग काला पड़ जाता है.
पीले रंग की जीभ
डॉक्टर्स के मुताबिक पीले रंग की जीभ ओवरईटिंग की वजह से भी हो सकती है. वहीं अगर बीमारी की बात करें तो यह डाइडेशन, लिवर या मुंह में ज्यादा बैक्टीरिया होने की वजह से भी जीभ का रंग का पीला पड़ने लगता है. इस कारण मुंह से बदबू आना, थकावट और बुखार हो सकता है.
(नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी सामान्य सिर्फ सामान्य सूचना और मान्यताओं पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करते है.)
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