नई दिल्ली (New Delhi)। स्वास्थय बीमा (health insurance) के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव (Revolutionary change) होने जा रहा है, जिसका फायदा बीमाधारकों को होगा। बहुत जल्द सभी हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम (Health insurance claim) को अस्पतालों और बीमा कंपनियों (Hospitals and insurance companies) द्वारा एक ही विंडो (Same window) नेशनल हेल्थ क्लेम एक्सचेंज (National Health Claims Exchange-NHCX) के जरिए निपटाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि नेशननल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) द्वारा विकसित एनएचसीएक्स तैयार है और इसका परीक्षण चल रहा है। अभी हेल्थ इंश्यारेंस बेचने वाली अधिकांश बीमा कंपनियों के पास क्लेम को मंजूरी देने के लिए अपने प्लैटफार्म हैं।
अभी क्या है सिस्टम
टीओआई से एक सूत्र ने कहा, “एनएचसीएक्स के पास बीमा कंपनियों द्वारा क्लेम को प्रोसेस करने के लिए एक स्टैंडर्ड फार्मेट होगा।” अभी जो मरीज अस्पताल में इलाज के लिए जाते हैं, वे अपनी बीमा पॉलिसी के डिटेल्स थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर (TPA) या बीमा कंपनी द्वारा जारी कार्ड देते हैं। इसके बाद अस्पताल कंपनी के क्लेम प्रोसेसिंग पोर्टल पोर्टल तक पहुंचता है और प्री-ऑथंटिकेशन या क्लेम प्रोसेस के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंटस अपलोड करता है।
इसके बाद बीमा कंपनी या टीपीए अपने इंटरनल क्लेम प्रोसेसिंग पोर्टल से फॉर्म को प्रमाणित और डिजिटलीकृत करती है। इसके बाद संबंधित टीम द्वारा दावे पर निर्णय लिया जाता है। इन डेटा एक्सचेंजों में अक्सर पीडीएफ या मैन्युअल कागजी कार्रवाई शामिल होती है, जिससे प्रोसेसिंग का टाइम बढ़ जाता है और गलतियों का खतरा बढ़ जाता है।
एनएचसीएक्स का क्या है मकसद
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि एनएचसीएक्स आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना को लागू करने के लिए जिम्मेदार एनएचए और इरडा के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास का परिणाम है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “इरडा बीमा उद्योग को विनियमित करना जारी रखेगा। हम इसमें शामिल नहीं होने जा रहे हैं। एनएचसीएक्स को डेवलप करने के पीछे स्वास्थ्य मंत्रालय का मकसद केवल स्वास्थ्य बीमा दावों के तेज और अधिक पारदर्शी प्रोसेसिंग के लिए एक फैसिलेटर के रूप में कार्य करना है।”
क्लेम खारिज करने की भी शिकायतें
उन्होंने कहा कि अभी प्रक्रिया इतनी जटिल है कि मरीजों को अक्सर मंजूरी पाने के लिए लंबे समय तक इंतजार करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। एक अधिकारी ने कहा कथित तौर पर अनुचित आधार पर क्लेम खारिज करने की भी शिकायतें आई हैं। एनएचसीएक्स पर मौजूद रिकॉर्ड का उपयोग भविष्य में ऐसे मामलों को कम करने के लिए प्लेटफॉर्म पर जोड़े जाने वाले सिस्टम को तैयार करने के लिए किया जा सकता है।
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