इंदौर। जापानी (Japani) बुखार (Fever) को जड़ से मिटाने के लिए शासकीय अवकाशों (Holidays) को छोडक़र पिछले 52 दिनों में स्वास्थ्य विभाग (health Department) अब तक 1 लाख 57 हजार 761 नाबालिग बच्चों को जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस वैक्सीन (vaccine) के टीके लगा चुका है। यह टीके 1 साल के बच्चे से लेकर 15 साल तक के नाबालिगों को लगाए जा रहे हैं।
टीकाकरण अधिकारी तरुण गुप्ता का कहना है कि शहर या तहसील का कोई भी स्कूल संस्थान यदि चाहे तो टीकाकरण कैम्प अपने यहां लगवा सकता है। उनके सिर्फ 1 फोन पर स्वास्थ्य विभाग शहर अथवा जिले के स्कूलों में जाकर वहां टीकाकरण कैम्प लगाएगा। सरकारी लक्ष्य के हिसाब से इंदौर जिले में लगभग 12 लाख बच्चों को टीके लगाना हैं। वैसे तो 27 फरवरी 2024 से शहर के 10 सरकारी और निजी अस्पतालों सहित आंगनवाड़ी केंद्रों में टीके लगाए जा रहे हैं। सरकारी अवकाश को छोडक़र 10 सरकारी अस्पतालों में हर रोज और आंगनवाड़ी केंद्रों में मंगलवार और शुक्रवार को टीके लगाए जा रहे हैं।
निजी अस्पतालों में 1000 रुपए का
टीकाकरण अधिकारी गुप्ता का कहना है कि माता-पिता इस वैक्सीन का महत्व और अपनी जिम्मेदारी समझें। अपने बच्चों को इस जानलेवा दिमागी बुखार यानी जापानी बुखार से बचाने के लिए इसका टीका जरूर लगवाएं। यह टीका सरकार द्वारा मुफ्त में लगाया जा रहा है, जबकि इसी वैक्सीन का एक टीका निजी अस्पताल मेेंं लगभग 1000 रुपए में लगता है।
इन 10 सेंटर में हर दिन लगते हैं टीके
चाचा नेहरू बाल चिकित्सालया, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, हुकुमचंद पॉली क्लिनिक लाल अस्पताल, मल्हारगंज पॉली क्लिनिक, पीसी सेठी अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाणगंगा, अरबिंदो अस्पताल, मांगीलाल चूरिया अस्पताल, यूपीएचसी अरण्य नगर, जिला अस्पताल।
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