उज्जैन। बदलते मौसम और माहौल में ठंडक के बाद एच3एन2 के मरीजों आ रहे हैं। जिस तेजी से मौसम में बदलाव हो रहा है। कभी ठंडी, कभी गर्मी, बादल, बारिश की बदलती करवटें लोगों को बीमार कर रही है। जिला चिकित्सलय में सर्दी, खांसी, बुखार के पेशेंट की संख्या दोगुनी, चौगुनी बढ़ रही है, वहीं प्रतिदिन सभी अस्पतालों की ओपीडी में लगभग 500 से अधिक मरीज जांच व इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों में सर्दी, खांसी के साथ एच3एन2 के लक्षण भी देखे जा रहे हैं। गंभीर रूप से निमोनिया फेफड़ों में इन्फेक्शन लेकर पहुंच अतिगंभीर मरीजों के सैम्पल स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच के लिए भोपाल लैब में पहुंचाए जा रहे हैं, लेकिन इन सैम्पलों की रिपोर्ट आने में 7 दिन से भी अधिक का समय लग रहा है।
हालांकि स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के अनुसार भोपाल स्थित लैब पर कई संभागों के लोड है, जिसके कारण रिपोर्ट आने में समय लग रहा है, लेकिन रिपोर्ट की लेटलतीफी मरीजों के लिए खतरे का कारण बनते जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जारी कोरोना बुलेटिन रिपोर्ट के अनुसार अब तक कोरोनों का कोई मरीज नहीं है। लेकिन डाक्टरों के अनुसार मरीजों की स्थिति सामान्य बनी हुई है। दिनों-दिन बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग मरीजों को सार्वजनिक स्थानों पर न जाने व भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहने की समझाइश दे रहे हैं। सर्दी- खांसी से पीडि़त मरीजों को मास्क लगाने और सेनेटाइजर का प्रयोग करने की समझाइश दी जा रही है। स्कूलों में परीक्षाओं का दौर शुरू है। इस दौरान ठंडा पानी न पीने और फ्रिज में रखा हुआ खाना ना खाने की समझाइश भी दी जा रही है।
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