इस कड़ाके की ठंड में अगर आप सोच रही हैं कि बच्चे को क्या खिलाना चाहिए, तो उसे शकरकंद खिलाएं। यह स्वाद में मीठा है और पोषक तत्वों से भरपूर है। यह कार्बोहाइड्रेट और बीटा-कैरोटीन का अच्छा स्रोत है। बच्चों को ठोस आहार देने की शुरुआत करने के लिए भी यह बेहतरीन विकल्पों में से एक है। इसके अलावा यह पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन ए, सी और बी-कॉम्प्लेक्स जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है।
छोटे बच्चे को कब दें शकरकंद
छह माह के बच्चे को ठोस आहार के रूप में शकरकंद दिया जा सकता है। वैसे आपको यह देखना है कि क्या बच्चा सहजता से शकरकंद खा रहा है। यदि नहीं खा रहा है, तो जबरदस्ती न करें। एक बार खिलाने की कोशिश करें। यदि न खाए तो कुछ दिनों बाद दोबारा कोशिश करें।
बच्चे के साथ खाना खिलाने को लेकर जबरदस्ती करना सही नहीं है। जोर-जबरदस्ती करने से बच्चा खाना खाने से दूर भागने लगता है, जो कि सही नहीं है।
बच्चों के लिए शकरकंद के फायदे
शकरकंद विटामिन ए से भरपूर है। यह बच्चों के स्वस्थ विकास और आंखों के लिए बहुत अच्छा है। इसमें बीटा-कैरोटीन होता है जो कि एक ऐसा तत्व है, जो शरीर में विटामिन ए बनाता है।
अपने बच्चे को इस आहार को जरूर दें। इसमें इतनी मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है, जो शायद ही किसी अन्य आहार में मौजूद हो। यह बच्चे के बढ़ते शरीर के लिए बहुत अच्छा है।
बच्चों में कब्ज से बचाव
यह स्टार्च और डाइटरी फाइबर से भरपूर है। शरीर स्टार्च को शुगर में बदलता है, जो कि ऊर्जा की तरह शरीर के लिए काम करता है। इसके सेवन से बच्चे एनर्जेटिक रहते हैं। इसके अलावा शकरकंद में डाइटरी फाइबर होता है, जो कि बच्चे को कब्ज की शिकायत से दूर रखता है। यदि आपके बच्चे को कब्ज की शिकायत रहती है, तो इस सुपर फूड को उसे जरूर खिलाएं।
शकरकंद का स्वाद मीठा-मीठा होता है, जो बच्चों को निःसंदेह काफी पसंद आता है। हालांकि, कुछ बच्चे इसे खाना पसंद नहीं करते हैं। लेकिन आप धीरे-धीरे करके और अलग-अलग तरह की रेसिपी बनाकर बच्चे को खिला सकती हैं। कोशिश करें कि उसकी डाइट में पोषक तत्वों से भरपूर यह फूड जरूर शामिल हो। इसके सेवन से बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
नोट – उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । शकरकंद का बच्चों को सेवन कराने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें
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