इंदौर। बड़े भाई की मौत के बाद तीन बहनों के इकलौते छोटे भाई ने गंभीर बीमारी से ग्रसित होने के बाद जान दे दी। उसने बीमारी की बात परिवार से छुपाई, लेकिन एक दिन परिवार को उसके कपड़ों में मिली पर्ची से बीमारी की बात पता चल गई थी। हालांकि उसे परिजन ने दिलासा भी दिलाया था कि बीमारी का इलाज हो जाएगा, लेकिन उसने अवसाद में यह कदम उठा लिया।
चंदन नगर पुलिस ने बताया कि 23 नवंबर को एसिड पीने के चलते 24 साल के किशोर अच्छाने को इलाज के लिए एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रात को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जीजा सागर ने बताया कि किशोर मूल रूप से धार जिले के मनावर का रहने वाला था। यहां वह किराए का कमरा लेकर मां और बहन के साथ रहता था और साथ ही काम भी करता था। किशोर को तीन महीने पहले एक गंभीर बीमारी ने जकड़ लिया था। यह बात उसने परिवार को नहीं बताई और खुद ही बीमारी से लड़ता रहा, लेकिन बाद में अवसाद में आकर उसने यह कदम उठा लिया। किशोर के बड़े भाई मांगीलाल की तीन साल पहले एक निर्माणाधीन इमारत से गिरने पर मौत हो चुकी थी।
15 दिन पहले परिजन को पता चला
दरअसल 15 दिन पहले किशोर के कपड़े धोने के दौरान परिवार के लोगों को उसकी जेब में रखी इलाज की स्लिप मिली, जिसके बाद परिजन को उसकी बीमारी के बारे में जानकारी लगी। इस घटना के बाद वह ज्यादा अवसाद में रहने लगा। हालांकि परिजन ने उसे समझयाा कि दुनिया में ऐसी कोई बीमारी नहीं, जिसका इलाज संभव नहीं हो, लेकिन किशोर के दिमाग में बीमारी के डर ने घर कर लिया और उसने एसिड पी लिया।
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