लखनऊ। उत्तर प्रदेश का हाथरस कांड पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। विपक्षी पार्टियों और आम जनता के दबाव के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है। दूसरी ओर, हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर यहां के डीएम प्रवीण कुमार पर भी खूब सवाल उठ रहे हैं। पीड़िता का परिवार पहले ही डीएम पर धमकी देने और दबाव डालने का आरोप लगा चुका है। युवती के भाई ने यहां तक कहा कि हमने ऐसा कौन सा गुनाह किया है जो हमारे परिवार के साथ इतनी बदसलूकी हो रही है। उन्होंने डीएम प्रवीण कुमार को पद से हटाने की मांग भी की है। इस बीच, परिवार ने यह भी ऐलान कर दिया है कि वे पीड़िता की अस्थियों को विसर्जित नहीं करेंगे क्योंकि उन्हें नहीं पता कि ये उसकी ही हैं।
इससे पहले, मामले की सीबीआई जांच को लेकर भी पीड़िता के भाई ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि परिवार ने तो कभी सीबीआई जांच की मांग ही नहीं की थी। हम सिर्फ न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं। हम चाह रहे है कि सुप्रीम कोर्ट के किसी जज की निगरानी में मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। हमारे सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। जांच आप जिससे चाहें उससे करा लें। सीबीआई की जांच भी अच्छी है, लेकिन हम चाह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में जांच हो। जो भी जांच करे अच्छे से करे। हम खुश तब ही होंगे जब हमारे सवालों के जवाब मिलेंगे। बिना हमारी मर्जी के शव को लाया गया। शव को दिखा तो देते एक बार।शव को पेट्रोल से क्यों जलाया। इतनी बुरी तरह से अंतिम संस्कार किया गया।
परिवार से मिलने पहुंचे थे राहुल और प्रियंका
इससे पहले, शनिवार दोपहर में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस पहुंचे। दोनों नेताओं ने यहां पर गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। राहुल और प्रियंका गांधी ने बंद कमरे में पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान प्रियंका गांधी ने पीड़िता की मां को गले लगाया और सांत्वना दी। कांग्रेस के दोनों नेताओं ने करीब एक घंटे तक पीड़िता के परिवार से बातचीत की।
राहुल ने सौंपा राहत राशि संबंधी चेक
परिवार से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि हम अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे। परिवार आखिरी बार अपनी बच्ची का चेहरा नहीं देख पाया। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलता, तब तक हम लड़ेंगे। परिवार न्यायिक जांच चाहता है। इस मौके पर राहुल गांधी ने परिवार को राहत राशि संबंधी चेक भी सौंपा।
5 लोगों को मिली थी जाने की अनुमति
गौरतलब है कि राहुल और प्रियंका गांधी समेत 5 लोगों को हाथरस जाने की अनुमति मिली थी। यूपी सरकार ने उन्हें इजाजत दी थी। प्रशासन ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हाथरस जाने और पीड़िता के परिवार से मिलने की अनुमति कुछ शर्तों पर दी थी। दिल्ली से हाथरस जाने के लिए राहुल गांधी पूरे लाव-लश्कर के साथ निकले थे। राहुल की कार खुद बहन प्रियंका गांधी चला रही थीं।
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