OTT (Over-the-top) प्लेटफार्म एंटरटेनमेंट (Entertainment) का एक नया और आसान तरीका है जो, कुछ ही सालों में बहुत फेमस हो चुका है और जिसमे आप घर बैठे अपने मन पसंदीदा शो, मूवी और वेब सीरीज को देख सकते है। Aajtak के एक आर्टिकल के अनुसार इस प्लेटफार्म को यूज़ करना बहुत ही आसान और किफायती है, इसीलिए इस प्लेटफार्म के कंस्यूमर हर दिन काफी तीजी से बढ़ रहे है। आए दिन OTT में नई मूवीज, शोज और वेब सीरीज लांच होती रहती है। यही कारण है की, लोगों का ट्रेडिशनल तरीके से मनोरंजन करने में, जैसे सिनेमा हॉल में मूवीज देखने जाना, सेट टॉप बॉक्स के जरिये टीवी देखना, इन सब चीजों में इंट्रस्ट कम होता जा रहा है। दुनिया इतनी फ़ास्ट हो गयी है की लोगों के पास इतना टाइम नहीं है की वह टाइम निकाल कर स्पेशली एक मूवी देखने थिएटर जाएँ।
वैसे तो OTT की शुरुआत अमेरिका में 1997 में हुई थी, लेकिन भारत में OTT की शुरुआत रिलायंस एंटरटेनमेंट ने 2008 में बिगफ्लिक्स को लांच करके की। कुछ OTT प्लेटफार्म फ्री है, जैसे MX प्लेयर, VOOT, प्लूटो टीवी, तो कुछ OTT मासिक सब्सक्रिप्शन से चलते है जैसे हॉटस्टार,नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम,ज़ी 5 (Hotstar,Netflix,Amazon Prime,Zee 5) आदि!
आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको ये बताने की कोशिश करेंगे की क्यों OTT प्लेटफॉर्म्स आज मानरोंजन के पारंपरिक तरीको को ना सिर्फ चुनौती दे रहे है बल्कि उन्हें अप्रचलित करते जा रहे हैं।
ऐसा क्या है ख़ास OTT प्लेटफॉर्म्स मैं?
अगर आपके पास हाई स्पीड इंटरनेट उपलब्ध है तो आप बिना परेशान हुए अपना फेवरेट शो या मूवी कहीं भी देख सकते है। OTT प्लेटफॉर्म आपको बिना विज्ञापन के मनोरंजन उपलब्ध करता है जिस से आपका टाइम और इंटरनेट दोनों की बचत होती है। OTT आपको एक फ्रीडम देता है की आप किसी भी शो या मूवी को कही पर भी में छोड़ कर अपने मूड के हिसाब से आप दुबारा वहीँ से स्टार्ट कर सकते है। Times of India के एक न्यूज़ के अनुसार OTT प्लेटफॉर्म युवा पीढ़ी में बहुत फेमस है l
एक निश्चित धनराशि से सब्सक्रिप्शन में आप सभी प्रकार के मनोरंजन का लुफ़्त उठा सकते है। जिन लोगों को ट्रेडिशनल थिएटर जाने का समय नहीं मिल पाता या जहाँ थिएटर की सुविधा उपलब्ध नहीं है, उन लोगों के लिए OTT बहुत ही अच्छा विकल्प है।
OTT ने कम बजट वाली मूवीज को भी रिलीज़ करना बहुत आसान बना दिया है, जिस से मेकर्स को रिस्क उठाकर एक्सपेरिमेंट करने का मौका मिला रहा है, और इसके कारण न्यू और क्रिएटिव कंटेंट मार्केट में आना शुरू हुआ हैं। दर्शक जो पुराने कंटेंट को देख कर बोर हो रहे है, वे भी नए तरीके के कंटेंट को बहुत इंजॉय कर रहे है!
OTT प्लेटफार्म ने वर्ल्ड सिनेमा को एक्स्प्लोर करना बहुत ही आसान बना दिया हैं, अब आप एक ही प्लेटफार्म में विश्व के प्रसिद्ध, सभी प्रकार के मनोरंजन शो देख सकते है। OTT प्लेटफॉर्म आपको सबटाइटल्स का विकल्प भी देता है और कई प्रकार के अलग- अलग भाषाओं में कंटेंट को देखा जा सकता हैं, जिससे दर्शक अपनी पसंद की भाषा में अपना मनोरंजन कर सकते है!
OTT प्लेटफार्म, परम्परागत थिएटर से कम महंगा पड़ता है जिसमे आप अनलिमिटेड शो, वेब सीरीज और मूवीज देख सकते है। कई OTT प्लेटफॉर्म अपने खुद के शो और मूवीज भी बना रहे है क्योंकि अब OTT की ऑडियंस इतनी बढ़ चुकी है की वो खुद भी इन्वेस्टमेंट करने से पीछे नहीं हट रहे है।
कुछ मूवीज थिएटर में फ्लॉप होने के बाद, जब OTT प्लेटफार्म पर रिलीज़ हुई तो वहां ऑडियंस ने उनकी खूब तारीफे करी, और इन मूवीज ने अच्छी कमाई भी की, जिससे मेकर्स को कम नुक्सान झेलना पड़ा। NRI जो काफी समय से हिंदी सिनेमा के दर्शक थे लेकिन अपना पसंदीदा कंटेंट नहीं देख पाते थे, OTT ने उनकी इस मुश्किल को भी आसान कर दिया है।
लेकिन जैसे की एक कहावत हैं “हर सिक्के के दो पहलू होते हैं”, वैसे ही OTT जहां एक वरदान के रूप में उभरा है, वही कई लोगो के लिए ये मुसीबत का सबक भी बन रहा हैं।
OTT पर एक्टिव रहने से लोगो पर क्या आसार पढ़ रहा है?
OTT प्लेटफार्म को यूज़ करना भले ही आसान हैं, लकिन इसकी आदत लगना भी एक आम बात हो गई हैं। दर्शक अक्सर इसमें अपना ज्यादा समय बिता देते है, जिससे उनकी सोशल लाइफ में असर पड़ रहा है। इसके अलावा कई OTT का एक मंथली सब्सक्रिप्शन कॉस्ट होता है, जिसे आपको हर महीने पे करना पड़ता है, भले ही आप उस प्लेटफार्म का यूज़ करें या न करें। OTT के सब्सक्रिप्शन के साथ-साथ आपको इंटरनेट का खर्चा भी उठाना पड़ता है जो आपके लिए एक्सपेंसिव पड सकता है!
OTT प्लेटफॉर्म की वजह से थिएटर के ओनर्स और बिग स्क्रीन मूवीज मेकर्स को नुकसान उठाना पड़ रहा है, जिसके कारण, ट्रेडिशनल एंटरटेनमेंट से जुड़े कई लोग बेरोजगार हो रहे है। OTT प्लेटफार्म में कंटेंट निर्माता द्वारा कई प्रकार की आपत्तिजनक भाषा व नगनता का प्रयोग किया जाता हैं, जो कि दर्शकों पर बुरा प्रभाव डाल रहा है!
निष्कर्ष
दोनों प्लेटफार्म की अपनी खूबियां है, जहां OTT आपको अपने घर का कम्फर्ट देगा, तो थिएटर आपको अपनी फॅमिली के साथ वीकेंड पर साथ जाने का मौका देगा। एक प्लेटफार्म आपको आपकी अपनी चॉइस का मनोरंजन देगा, तो ट्रेडिशनल आपको अपनों की चॉइस जान ने का मौका देगा। (Ascent Group of India) की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 68.9 % ऑडियंस OTT प्लेटफार्म को यूज़ करती है, इस आधार पर ये कहा जा सकता है की इस समय थिएटर की जगह OTT प्लेटफार्म डोमिनेटिंग है। OTT प्लेटफॉर्म के लिए, कंस्यूमर्स के बदलते इंटरेस्ट की डिमांड को पूरा करना भी चैलेंजिंग होता जा रहा हैं। परंतु जिस तरह से OTT की ऑडियंस हर दिन बढ़ती जा रही है उस हिसाब से ये प्रतीत होता हैं की OTT प्लेटफार्म का भविष्य और ज्यादा डिमांड रहेगा।
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