नई दिल्ली (New Dehli) । हरियाणा (Haryana) के मेवात-नूंह (Nuh) में 31 जुलाई (july) को बृजमंडल यात्रा निकाली गई थी. इसी दौरान यात्रा (Travel) पर पथराव (stone pelting) हो गया था. देखते ही देखते यह दो समुदायों (communities) में हिंसा में बदल गई. सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई. साइबर थाने पर भी हमला किया गया. हिंसा में 2 होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हो गई.
नूंह में रोहिंग्याओं की अवैध झुग्गियां गिराई गईं
हरियाणा के मेवात-नूंह में हुए दंगों के बाद अब पुलिस की नींद खुल गई है. पुलिस ने दंगों की शुरुआती जांच के बाद नूंह में रोहिंग्याओं और अवैध घुसपैठियों पर बड़ा एक्शन लिया है. पुलिस ने तावडू रोहिंग्याओं और अवैध घुसपैठियों के अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाया है. जांच में सामने आया है कि ये लोग हिंसा में शामिल थे.
बताया जा रहा है कि इन रोहिंग्याओं ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ था. इतना ही नहीं शुरुआती जांच में ये लोग हिंसा में शामिल पाए गए. ऐसे में पुलिस ने बुलडोजर से 200 से अधिक झुग्गियां को गिरा दिया. बुलडोजर का एक्शन करीब 4 घंटे तक चला. बताया जा रहा है कि इन झुग्गियों में बांग्लादेश के काफी लोग अवैध तरीके से रह रहे हैं. इनमें से कई लोग हिंसा में शामिल थे.
हरियाणा में हुई हिंसा के आरोपियों पर पुलिस ने एक्शन तेज कर दिया है. अब तक 5 जिलों में 93 FIR दर्ज की गई हैं. 176 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. अकेले नूंह में 46 FIR दर्ज हैं. सोमवार को नूंह में निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव के बाद ही दो समुदायों में हिंसा फैली थी. नूंह के अलावा फरीदाबाद में 3, गुरुग्राम में 23, पलवल में 18, रेवाड़ी में 3 FIR दर्ज की गई हैं. पुलिस ने सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए 2300 वीडियो की पहचान की है. पुलिस का मानना है कि इन्हीं वीडियो ने हिंसा को उकसाने में अहम भूमिका निभाई.
साजिश के तहत हुई हिंसा
पुलिस को अभी तक की जांच में पता चला है कि हिंसा प्लानिंग के तहत की गई थी. ज्यादातर गिरफ्तार आरोपियों की उम्र 19 से 25 साल बताई जा रही है. गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वे भीड़ में शामिल होकर अवैध हथियारों से फायरिंग कर रहे थे. इतना ही नहीं आरोपियों ने बताया कि उन्होंने भीड़ में शामिल होकर हथियारों, ईंट, पत्थर, लाठी और डंडों से हमला किया था. हिंसा को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने अपने हथियार, लाठी-डंडे भी छिपा दिए थे. आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया की हिंसा करने के बाद कई आरोपी मेवात की पहाड़ियों में, राजस्थान के जयपुर-उदयपुर , उत्तर प्रदेश के मेरठ-आगरा-अलीगढ़ में जाकर छिप गए हैं.
नूंह में शोभायात्रा के दौरान फैली थी हिंसा
हरियाणा के मेवात-नूंह में 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा निकाली गई थी. इसी दौरान यात्रा पर पथराव हो गया था. देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई. सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई. साइबर थाने पर भी हमला किया गया. उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया था. नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग हुई. वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. इसके बाद हिंसा की आग नूंह से फरीदाबाद-गुरुग्राम तक फैल गई. नूंह हिंसा में दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हुई है.
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