नई दिल्ली । नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (New National Education Policy) के तहत हरियाणा (Haryana) में बच्चों (Children) को संस्कारवान बनाने व सांस्कृतिक ज्ञान प्रदान करने के लिए आठवीं कक्षा तक श्रीमद्भगवद्गीता (Srimad Bhagavad Geeta) को स्कूली पाठ्यक्रम (School Syllabus) में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मौलिक शिक्षा, स्कूल शिक्षा और उच्चतर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ अहम बैठक में यह आदेश दिए। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि सभी स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप छात्र और शिक्षकों के अनुपात को सुनिश्चित करते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए। स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए नए सिरे से कार्ययोजना तैयार की जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप आगामी शैक्षणिक सत्र से प्रदेशभर में कोई भी स्कूल ऐसा नहीं बचेगा, जहां शिक्षकों की कमी हो। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के साथ बैठक ले रहे मुख्यमंत्री ने स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव पंकज अग्रवाल को निर्देशित किया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप छात्र और शिक्षकों के अनुपात को सुनिश्चित करें।
कॉलेजों में करवाई जाएगी एचसीएस, आईएएस परीक्षाओं की तैयारी
उच्चतर शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर कालेज में आधारभूत ढांचा सहित सुविधाओं पर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की कमी को जल्द से जल्द दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि कालेजों में स्मार्ट क्लास रूम के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए व्यवस्था बनाने हेतु रूपरेखा तैयार की जाए। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बेहतर व्यवस्था मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि जिन कालेजों के भवन निर्माणाधीन हैं, उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भवनों के निर्माण पूरा होने तक अन्य वैकल्पिक भवनों में चल रही इन कालेज की कक्षाओं में विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की समस्या न आए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कालेज भवनों पर सौर पैनल लगाए जाएं। प्रत्येक कॉलेज में चारदीवारी, पानी व शौचालय की व्यवस्था भवनों की मरम्मत संबंधी सभी प्रकार की व्यवस्था को जरूरत के अनुसार निरंतर सुनिश्चित किया जाए।
हर बच्चे को ट्रैक किया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हर बच्चे को ट्रैक किया जाए कि वह 12वीं कक्षा के बाद किस संस्थान में शिक्षा ग्रहण कर रहा है। हरियाणा से बाहर भी यदि कोई बच्चा शिक्षा ग्रहण कर रहा है तो उसकी भी जानकारी रखी जाए ताकि प्रदेश का कोई भी बच्चा शिक्षा के मूलभूत अधिकार से वंचित न रहे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार का संकल्प है कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पाठन सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए शहरों में वाचनालय स्थापित किए जाएं। इसी दिशा में प्राथमिकता के आधार पर पंचकूला में एक बड़ा वाचनालय स्थापित किया जाए ताकि पंचकूला के विद्यार्थियों को चंडीगढ़ न जाना पड़े।
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