चंडीगढ़ । हरियाणा के गृह मंत्री (Haryana Home Minister) अनिल विज (Anil Vij) ने मंगलवार को सांप्रदायिक झड़पों के पीछे (Behind Communal Clashes) साजिश (Conspiracy) का संदेह जताया (Suspected), जिसमें (In which) तीन लोगों (Three People) की जान चली गई (Lost Their Lives) ।
मंत्री ने मीडिया से कहा, “दोनों समुदाय लंबे समय से नूंह में शांतिपूर्वक रह रहे हैं। इसके पीछे एक साजिश है। जिस तरह से पत्थर, हथियार, गोलियां मिलीं, ऐसा लगता है कि इसके पीछे कोई मास्टरमाइंड है।” उन्होंने कहा, “हम विस्तृत जांच करेंगे और मास्टरमाइंड के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।” हालांकि, उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और हिंसा प्रभावित जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं और कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ “कड़ी कार्रवाई” की जाएगी।
नूंह के उपायुक्त प्रशांत पंवार ने कहा कि अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। फ्लैग मार्च निकाले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन जमीनी स्थिति का आकलन करने और कर्फ्यू की अवधि पर फैसला करने के लिए एक बैठक करेगा। पड़ोसी नूंह में हिंसा के मद्देनजर पुलिस ने झज्जर शहर में फ्लैग मार्च निकाला। खबर है कि गुरुग्राम के सोहना रोड के पास भी स्थिति तनावपूर्ण है, जहां गाड़ियों में आग लगा दी गई है।
केंद्र सरकार ने कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 20 कंपनियां तैनात की हैं। हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) ने अर्धसैनिक बलों की तैनाती के लिए केंद्र को पत्र लिखा था। इसके मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 6 अगस्त तक नूंह में सीएपीएफ की 20 कंपनियां तैनात कर दीं।
दल में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की चार कंपनियां, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की दो, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की दो और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की 12 कंपनियां शामिल हैं। सरकार ने एहतियातन कदम उठाते हुए गुरुग्राम के अलावा फरीदाबाद, पलवल में धारा 114 लागू कर दी है।
सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की रैली के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा में तीन होम गार्ड जवान मारे गए और एक पुलिस उपाधीक्षक रैंक और तीन निरीक्षकों सहित नौ पुलिस अधिकारी घायल हो गए। पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में करीब 20 एफआईआर दर्ज की हैं और कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
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