चंडीगढ़। कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा किए जा रहे संघर्ष का समर्थन करते हुए हरियाणा कांग्रेस ने प्रदेश में सात फरवरी से 15 फरवरी तक किसान सम्मेलन करने का फैसला किया है। यह सम्मेलन प्रदेश के सभी ब्लाकों में किए जाएंगे। पार्टी के हरियाणा प्रभारी विवेक बंसल की अध्यक्षता में हुए दिल्ली में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि भी दी गई।
विवेक बंसल ने कहा कि किसान पिछले दो महीने से ज्यादा के समय से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है। सरकार द्वारा सडक़ों पर कीलें गाड़ दी गई हैं। अपने ही देश के किसानों के साथ भाजपा सरकार ऐसा व्यवहार कर रही है।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि 72 दिन से किसान शांतिपूर्ण तरीके से सडक़ों पर बैठे हैं। 180 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं। कानूनों के खिलाफ व किसानों के समर्थन में कांग्रेस पार्टी द्वारा हरियाणा प्रदेश में ब्लॉक स्तर पर सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही जिला स्तर पर पद यात्राएं भी निकाली जाएंगी। सात फरवरी से 15 फरवरी तक ब्लॉक स्तर पर कांग्रेस पार्टी द्वारा किसान सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इन सम्मेलनों में किसान आंदोलन में बलिदान देने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और कार्यकर्ताओं को यह जानकारी भी दी जाएगी कि यह काले कानून किस प्रकार से खेती और किसानों को नुकसान पहुंचाएंगे।
इसके बाद कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर इन काले कानूनों की असलियत से ग्रामीणों को वाकिफ कराएंगे। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी द्वारा इन कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ 15 फरवरी से जिला स्तर पर पद यात्राएं भी निकाली जाएंगी। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि नए कृषि कानून किसानों की बजाय कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाए गए हैं। इन कानूनों से किसानों को नुकसान होगा, इसीलिए किसान इसका विरोध कर रहे हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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