चंडीगढ़ । हरियाणा के मुख्यमंत्री (Haryana CM) मनोहर लाल खट्टर (Manoharlal Khattar) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह किसानों का मुकाबला करने के लिए जैसे-को-तैसा रणनीति अपनाने (Adopting similar strategy for farmers) की बात कहते हुए नजर आ रहे हैं।
भाजपा की राज्य किसान मोर्चा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “500, 700, 1000 लोगों का समूह बनाओ, उन्हें स्वयंसेवक बनाओ और उसके बाद हर जगह ‘शठे शाठ्यं समाचरेत’.. इसका क्या अर्थ है, जैसे को तैसा।”
मुख्यमंत्री खट्टर यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, “चिंता मत करो, जब आप वहां (जेल में) एक महीना, तीन महीने या छह महीने रहोगे तो बड़े नेता बन जाओगे। इतिहास में नाम भी दर्ज होगा।”
इस टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है।
उनका बयान वायरल होने के बाद कांग्रेस ने उन्हें मुख्यमंत्री पद से तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, अगर एक मुख्यमंत्री हिंसा को बढ़ावा देगा तो राज्य में कानून-व्यवस्था कैसे चलेगी।
खट्टर का बयान तब सामने आया है, जब उत्तर प्रदेश में किसानों का आंदोलन हिंसक हो गया है और किसानों का आरोप है कि इस घटना में केंद्रीय मंत्री का बेटा शामिल है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए।
जिले में कृषि कानूनों के विरोध ने हिंसक रूप ले लिया और अज्ञात व्यक्तियों ने किसानों पर गोलियां चलाईं।कुछ प्रदर्शनकारियों के वाहनों की चपेट में आने से आक्रोशित किसानों ने तीन जीपों में आग लगा दी।इनमें से एक वाहन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा का बताया जा रहा है।
किसानों ने मृतक का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वे अपने नेताओं से बात करने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों और अन्य लोगों को शांत रहने की अपील की है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved