उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर परिसर में विस्तारीकरण योजना के अनुसार अभी भी कई पुराने निर्माणों की तुड़ाई का काम चल रहा है। दूसरे चरण के लिए पुराने निर्माण तोड़े जा रहे हैं। यह काम बरसात से पहले निपटाने होंगे। पिछले साल भी बारिश के कारण इस काम में देरी हो गई थी। उल्लेखनीय है कि महाकाल विस्तारीकरण योजना के तहत महाकाल मंदिर के चारों ओर परिसर में बने पुराने निर्माणों को तोडऩे के लिए पिछले साल 7 जुलाई को तुड़ाई का टेंडर खेाला गया था। इसके बाद से ही मंदिर के बाहर तेजी से काम शुरु हो गया था लेकिन मंदिर के अंदर भी काम बारिश के चलते कई दिनों तक रोकना पड़ा था।
बाद में इसे शुरू किया गया था और महानिर्वाणी अखाड़ा से लेकर नेवैद्य कक्ष तक तुड़ाई का काम हो पाया था। इसके बाद फिर मंदिर परिसर के अन्य निर्माणों को तोडऩे की कार्रवाई विकास प्राधिकरण द्वारा शुरु की गई थी जिसमें महाकाल धर्मशाला को डिस्मेंटल कर समतलीकरण का कार्य पिछले दिनों पूरा किया गया था। इसके उपरांत महाकाल प्रवचन हाल के भवन को भी प्राधिकरण द्वारा तोडऩा शुरु किया गया था। यह काम अभी भी चल रहा है। मंदिर परिसर में कई प्राचीन छोटे मंदिरों को भी विस्तारीकरण के लिए हटाया गया है। प्रवचन हाल के साथ-साथ महानिर्वाणी अखाड़े से लेकर नेवैद्य कक्ष तक के शेष रहे तुड़ाई के काम को तेजी से पूरा किया जा रहा है। इसके पीछे कारण यह है कि अगले महीने से बारिश का सीजन शुरु हो जाएगा। ऐसे में मंदिर परिसर में तुड़ाई के काम बारिश से पहले ही निपटाने होंगे। बारिश के अलावा 15 जून को योजना के पहले चरण में तैयार हो चुके कार्यों का लोकार्पण भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों होना है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved