मुंबई । मुकद्दर का सिकंदर (Muqaddar Ka Sikandar), गोलमाल और नमक हलाल (Golmaal and Namak Halaal) जैसी प्रतिष्ठित हिंदी फिल्मों (Iconic Hindi Films) के अभिनेता (Actor) हरीश मैगन (Harish Magan) का निधन हो गया (Passes Away) । हरीश मैगन प्रतिष्ठित फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से स्नातक थे। वह बेहद प्रतिभाशाली अभिनेता थे जिन्होंने विभिन्न प्रकार की भूमिकाओं में अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मैगन की अभिनय क्षमता चुपके-चुपके, खुशबू, मुकद्दर का सिकंदर और शहंशाह जैसी फिल्मों में उनके यादगार प्रदर्शन से स्पष्ट हुई।
अपने अभिनय करियर के अलावा, हरीश मैगन को अभिनय के क्षेत्र में एक शिक्षक के रूप में उनके योगदान के लिए जाना जाता था। उन्होंने मुंबई के जुहू इलाके में हरीश मैगन एक्टिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना की, जहां उन्होंने महत्वाकांक्षी अभिनेताओं का पोषण किया और उनके साथ अपना ज्ञान और अनुभव साझा किया। हरीश मैगन की आखिरी ऑन-स्क्रीन उपस्थिति 1997 की रोमांटिक ड्रामा उफ़ ये मोहब्बत में थी, जहां उन्होंने अपने सूक्ष्म चित्रण से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। हरीश मैगन के निधन की खबर फिल्म उद्योग के लिए एक झटका है।
भारतीय फिल्म उद्योग ने अनुभवी अभिनेता हरीश मैगन के निधन पर शोक व्यक्त किया है, जिन्होंने 1 जून को अंतिम सांस ली। गोलमाल, नमक हलाल, मुकद्दर का सिकंदर और इंकार जैसी प्रतिष्ठित हिंदी फिल्मों में अपने उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए जाने जाने वाले मैगन के निधन ने एक खालीपन छोड़ दिया है। सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के जरिए इस दुर्भाग्यपूर्ण खबर को साझा किया। हार्दिक पोस्ट में लिखा था, ” सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन हरीश मैगन (जून 1988 से सदस्य) के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त करता है।” यह खबर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से फैल गई, प्रशंसकों ने दुख और याद के संदेश देने शुरू कर दिए।
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