भोपाल। हरदा (Harda) में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट (Blast) से 11 लोगों की मौत हो गई। जिस बेसमेंट में बारूद रखा था और मजदूर (Worker) काम कर रहे थे, उसका मलबा हटाया जा रहा है। इसके लिए वाराणसी से नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) की 35 सदस्यों की टीम आई है। फैक्ट्री से मलबा हटाने का काम रातभर चलता रहा।
मंगलवार देर रात तक 204 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। 51 गंभीर घायलों को भोपाल, इंदौर और नर्मदापुरम रेफर किया गया। कई अब भी लापता हैं। NDRF मलबे में दबे लोगों को निकालने में जुटी है। जेसीबी और पोकलेन मशीनों से रातभर मलबा हटाया गया। बुधवार को दूसरे दिन भी काम जारी है। हालात का जायजा लेने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को हरदा जाएंगे। हादसे में फैक्ट्री के आसपास बने 60 घर जल गए। एहतियातन 100 से ज्यादा इमारतों को खाली करा लिया गया। हरदा एसडीएम केसी परते का कहना है कि फैक्ट्री अनफिट थी।
वहीं आज से शुरु हो रहे एमपी विधानसभा के बजट सत्र में हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट का मामला जोर-शोर से उठ सकता है। विपक्ष के विधायक सत्ता पक्ष को इस मामले पर घेर सकते हैं। बजट सत्र के पहले मंगलवार को पीसीसी में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में पूर्व सीएम कमलनाथ, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी सहित कांग्रेस के विधायक शामिल हुए। हरदा की घटना के बाद कांग्रेस विधायक दल का डिनर कैंसिल कर दिया गया था। विधायक दल की बैठक में सरकार को घेरने वाले मुद्दों पर चर्चा हुई।
वहीं आज हरदा हादसे के प्रभावितों से मिलने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी जाएंगे उनके साथ कई कांग्रेस नेता हरदा जा सकते हैं। तो वहीं दोपहर में सीएम मोहन यादव भी हरदा पहुंचेंगे वे यहां अधिकारियों से मामले की डिटेल लेंगे साथ ही हादसे में प्रभावित हुए लोगों से मुलाकात भी कर सकते हैं। आपको बता दें कि इस मामले में सीएम लगातार नजर बनााए हुए हैं। सीएम मोहन यादव ने कल कहा भी था कि इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे ताकि आगे कभी इस तरह की घटनाएं देखने का ना मिले। वहीं सीएम के निर्देश के बाद प्रदेश के कई शहरों में भी प्रशाासन की टीमें पटाखा दुकानों और गोदामों के निरीक्षण करने निकल पड़ी थी। कई जगहों से पटाखा गोदाम और दुकनों को सील करने की खबरें में मिली। भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर में भी कई पटाखा दुकानों के निरीक्षण किए गए।
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