भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के हरदा जिले (Harda district) में मंगलवार को जिस पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट (explosion in firecracker factory) के बाद लगी भीषण आग में जलने से 11 लोगों की जान चली गई (11 people lost their lives), उसके मालिक राजेश अग्रवाल (Owner Rajesh Aggarwal) और उसके भाई को भागने के दौरान राजगढ़ जिले की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों भाइयों को देर रात तक थाने में बैठा रखा है। हरदा पुलिस की टीम यहां पहुंचने के लिए रवाना हो चुकी थी।
दरअसल, मंगलवार दोपहर में हरदा के पास मगरधा रोड पर ग्राम बैरागढ़ के पास स्थित एक अवैध पटाखे फैक्ट्री में विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई। करीब 45 मिनट तक रह-रह कर धमाके होते रहे। धमाके इतने जोरदार थे कि वहां मौजूद लोहे के उपकरण और कंक्रीट करीब दो सौ मीटर की परिधि में उछले। इससे भी तमाम लोग घायल हो गए। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 172 लोग घायल हुए। जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इसमें 48 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। मृतकों में कई के चीथड़े उड़ गए। घटनास्थल से काफी दूर तक मानव अंग जहां-तहां बिखरे दिखे। भीषण आग व विस्फोट की चपेट में आसपास के एक दर्जन से ज्यादा मकान आए।
इस हादसे के बाद हरदा में अफरा तफरी का माहौल हो गया था। हादसे के बाद फैक्ट्री के मालिक मौका पाकर फरार हो गए। पुलिस द्वारा आरोपित की तलाश की जा रही थी। इसी दौरान राजगढ़ जिले की पुलिस को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि आरोपित राजगढ़ जिले से होकर निकलने वाले हैं। सूचना पर जिले के सारंगपुर थाना क्षेत्र की पुलिस को अलर्ट मोड़ पर रखा गया। तभी पुलिस ने सारंगपुर मेँ एक कार को संदेह के आधार पर रोका। उसमें से फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल और उनके भाई सोमेश अग्रवाल को पुलिस ने पकड़ लिया। इसी के साथ हरदा टीम को सूचना दे दी गई। हरदा की टीम सारंगपुर के लिए रवाना हो चुकी थी।
पहले उज्जैन गए, फिर दिल्ली जाने निकले थे
जानकारी के मुताबिक दोनों भाई हादसे के बाद हरदा से भागकर सबसे पहले उज्जैन की ओर निकले। वहां से फिर नेशनल हाइवे के रास्ते से होकर दिल्ली की ओर जा रहे थे। मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले हाइवे से वह कार के जरिए दिल्ली की ओर जाने के लिए निकले थे। तभी मक्सी से जेडसे ही सारंगपुर की ओर रवाना हुए तो यहां पुलिस टीम ने पाइंट लगा दिए थे, जहां पुलिस ने दोनों भाईयो को पकड़ लिया। टीआई सारंगपुर संतोष सिंह ने बताया की हमने राजेश अग्रवाल व उनके भाई को पकड़ लिया हैं।
ऐसी कार्यवाही करेंगे जो दोषियों को भी याद रहे: मुख्यमंत्री
हरदा पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट की घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ऐसी कार्रवाई करेंगे जो उनको (दोषियों) को भी याद रहे। मुख्यमंत्री मंगलवार देर शाम घायलों का कुशलक्षेम पूछने के लिए हमीदिया अस्पताल में पहुंचे थे। घायलों को देखने के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कल विधानसभा सत्र में भाग लेने के बाद मैं हरदा जाऊंगा। पूरे प्रदेश में फटाखा फैक्ट्रियों का औचक निरीक्षण होगा। हरदा हादसे में कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में जांच के आदेश जारी किए जा चुके हैं।
राजीव अग्रवाल ने कमिश्नर से लिया था स्टे
हरदा ब्लास्ट की वजह 2022 से शुरू होती है। हरदा के लोगों ने इस फैक्ट्री में बारूद के अवैध भंडारण और सेफ्टी के मानक पूरा न होने को लेकर जिला प्रशासन से शिकायत की थी। जनता के बढ़ते दबाव की वजह से जिला प्रशासन ने इस फैक्ट्री को 26 सितंबर 2022 में सील कर दिया। ऋषि अग्रवाल कलेक्टर थे। फैक्ट्री के मालिक राजीव अग्रवाल ने इस आदेश के विरोध में कमिश्नर माल सिंह भयडिया से अपील की। इसके बाद उसे स्टे मिल गया था।
सात मृतकों की हुई पहचान
हादसे में मरने वाले 11 लोगों में सात की पहचान हो चुकी है। इनमें बानो बी पत्नी सलीम निवासी खेड़ीपुरा हरदा, प्रियानु पुत्र मुन्ना लाल प्रजापति निवासी खेड़ीपुरा हरदा, मुबीन पुत्र शकूर खान निवासी मानपुरा हरदा, अनुज पुत्र सोभा कुचबंदिया निवासी टंकी मोहल्ला हरदा, आबिद पुत्र रहमान खान निवासी मानपुरा हरदा, उषा पत्नी मुकेश बेलदार बैरागढ़ हरदा और मुकेश पुत्र तुलसीराम निवासी बैरागढ़ हरदा शामिल हैं।
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