नई दिल्ली : पिछले कई साल से परेशान चल रहे अनिल अंबानी समूह के लिए अब कुछ अच्छी खबरें आती दिख रही हैं. पिछले तीन महीने में अनिल अंबानी समूह की कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (Market capitalisation) में 1,000 फीसदी से भी ज्यादा की बढ़त हुई है. इस साल मार्च में अनिल अंबानी के रिलायंस समूह की कंपनियों का मार्केट कैप घटकर सिर्फ 733 करोड़ रुपये रह गया था. लेकिन अब यह बढ़कर 8,288 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
अकेले मई महीने में ही अनिल अंबानी के ग्रुप की कंपनियों की बाजार पूंजी में 3,890 करोड़ रुपये का उछाल आया है. शेयर बाजार के पिछले सिर्फ तीन महीने में रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, रिलायंस पावर और रिलायंस कैपिटल की बाजार पूंजी में 1000% से ज्यादा का उछाल आया है. रिलायंस पावर का मार्केट कैप बढ़कर करीब 4,780 करोड़ रुपये, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर का करीब 2,814 करोड़ रुपये और रिलायंस कैपिटल का करीब 694 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
छोटे निवेशकों का भी फायदा
गौरतलब है कि रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, रिलायंस पावर और रिलायंस कैपिटल से करीब 50 लाख छोटे निवेशकों का पैसा लगा हुआ है. तो इस बढ़त से उन्हें भी फायदा हुआ है. रिलायंस पावर से करीब 33 लाख छोटे निवेशक, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर से 9 लाख छोटे निवेशक और रिलायंस कैपिटल से 8 लाख छोटे निवेशक जुड़े हुए हैं.
क्यों बढ़ रहे शेयर
रिलायंस ग्रुप की कंपनियों को पिछले तीन हफ्ते की कई गतिविधियों से फायदा हो रहा है. रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर में प्रमोटर समूह और VSFI होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड से 550 करोड़ रुपये जुटाने का ऐलान हुआ है. इसके अलावा रिलायंस पावर ने प्रोटर कंपनी को प्रीफरेंशियल इक्विटी शेयर और वारंट जारी करने का ऐलान किया है.
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने 1,325 करोड़ रुपये जुटाने में सफलता हासिल की है. समूह की एक और कंपनी रिलायंस होम फाइनेंस अपने एसेट को बेचने के अंतिम चरण में है. Authum इनवेस्टमेंट ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर ने इसके लिए 2,887 करोड़ रुपये की बोली लगाई है. इन योजनाओं से रिलायंस कैपिटल के कर्ज में 11,000 करोड़ रुपये की कमी आएगी.
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