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    अब अयोध्या मंदिर में रामलला की दो नई और एक पुरानी मूर्ति का क्या होगा? ट्रस्ट ने दिया जवाब

  • January 17, 2024

    नई दिल्‍ली (New Dehli)। अयोध्या में रामलला (Ramlala in Ayodhya)की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां (preparations)शुरू हो चुकी हैं। 22 जनवरी को पूरी दुनिया ऐतिहासिक क्षण (watershed moment)की गवाह बनेगी। अब मंदिर ट्रस्ट ने कर्नाटक के शिल्पकार अरुण योगीराज की मूर्ति को गर्भगृह में स्थापित करने के लिए चुन लिया है। इसके साथ ही अन्य एक पुरानी और दो हाल ही में निर्मित मूर्तियों को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। ट्रस्ट की तरफ से भी इसपर स्थिति साफ कर दी गई है।


    तीन मूर्तियों में से एक का होना था चुनाव

    अयोध्या में तीन अलग-अलग मूर्तियां तैयार की गई थीं। योगीराज के अलावा कर्नाटक के ही गणेश भट्ट ने काले पत्थर और राजस्थान के सत्यनारायण पांडे ने मकराना मार्बल से मूर्तियां तैयार की थी। ट्रस्ट ने अंत में योगीराज की मूर्ति को चुना। ये सभी मूर्तियां 51 इंच ऊंची थीं।

    खास बात है की तीनों मूर्तियां मुंबई के कलाकार वासुदेव कामथ के बनाए स्कैच पर आधारित हैं। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र को पेंसिल से बनाए स्कैच दिखाए थे। कामत का जन्म भी कर्नाटक में हुआ है, लेकिन वह मुंबई में रहे।

    बची दो मूर्तियों का क्या होगा?

    श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है, ‘रामलला की दो मूर्तियों को भी राम मंदिर के पहले और दूसरे तल पर विराजमान किया जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘उन्हें विराजमान करने के दौरान भी पूरी तरह रीति-रिवाजों का पालन किया जाएगा।’ कहा जा रहा है कि मंदिर का पूर्ण निर्माण दिसंबर 2025 तक पूरा हो सकता है।

    पुरानी मूर्ति का क्या होगा?

    फिलहाल, श्रीराम की जिस मूर्ति की पूजा की जा रही है, उसे भी राम मंदिर के गर्भगृह में ही स्थापित किया जाएगा। यहां नई मूर्ति गर्भगृह में ही रहेगी। जबकि, फिलहाल जिसकी पूजा की जा रही है उन्हें धार्मिक आयोजनों के मौके पर बाहर भी लाया जाएगा।

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    ताज इंडियन ग्रुप ने लॉन्च किया ताज इंडियन मसाला

    Wed Jan 17 , 2024
    ताज इंडियन ग्रुप द्वारा RYNA जूस लाइन की शानदार सफलता के बाद, अब ताज इंडियन ग्रुप ने मसलों के क्षेत्र में कदम रखा है, जो मसालों की दुनिया में कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। क्योंकि कंपनी का यह घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में एक साहसिक कदम है। ताज इंडियन ग्रुप के फाउंडर हरप्रीत सिंह ने कंपनी के इस नए उद्यम के बारे में बताया कि कंपनी हमेशा भारतीय स्वाद को केंद्र में रखकर उत्पाद बनाती है। “ताज इंडियन मसालों के साथ, हमारा लक्ष्य भारतीय मसालों के असली स्वाद लोगों को देना है। ताज इंडियन मसाला विविध रेंज में उपलब्ध है।” अधिक जानकारी देते हुए उन्होंनेने कहा कि RYNA जूस की सफलता के आधार पर ताज इंडियन ग्रुप असली स्वाद और समृद्ध पाक (रसोई) अनुभव चाहने वाले ग्राहकों के साथ उत्पाद बनाने में अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठाना चाहता है। कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर ग्राहक ताज इंडियन मसाला उत्पादों की रेंज के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।सुगंधित मिश्रणों से लेकर लाइव मसालों तक, यह पेशकश व्यंजनों को उन्नत बनाने, उन्हें भारतीय मसालों की समृद्धि और गहराई से भरने का वादा करती है। ताज इंडियन ग्रुप अपने उत्पादों को विदेश में भी लेकर जाना चाह रहा है और इसके लिए विदेशी संभावित भागीदारों से चर्चा भी की जा रही है। कंपनी भारत के असली स्वाद को दुनिया भर की विभिन्न संस्कृतियों के साथ साझा करने के उद्देश्य से विश्व स्तर पर अपने मसाला उत्पादों को पेश करने के लिए सक्रिय रूप से आगे बढ़ रही है। RYNA जूस की सफलता की कहानी गुणवत्ता और नवीनता के प्रति ताज इंडियन ग्रुप […]
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