नई दिल्ली. इस वर्ष हनुमान जयंती 16 अप्रैल दिन शनिवार (Saturday) को है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हनुमान जी का जन्म चैत्र पूर्णिमा की तिथि को मंगलवार (Tuesday) के दिन हुआ था. उनके पिता का नाम केसरी और माता का नाम अंजना था. वे रुद्रावतार (Rudravatar) थे. उनके जन्म में वायु देव माध्यम बने थे, जिस वजह से हनुमान जी को पवनपुत्र भी कहते हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार, हनुमान जी (Hanuman) का जन्म त्रेतायुग में हुआ था. हनुमान जी किस स्थान पर जन्मे थे और वह आज कहां पर है, इस बारे में जानने की जिज्ञासा सबके मन में होती है. आइए जानते हैं हनुमान जी के जन्म स्थान के बारे में.
हनुमान जी के जन्म समय को लेकर मतभेद है. कुछ लोगों का मानना है कि हनुमान जी का जन्म कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को हुआ था. हालांकि अधिकतर लोगों का मत है कि वे चैत्र पूर्णिमा को ही चित्रा नक्षत्र एवं मेष लग्न में जन्मे थे.
कुछ लोग हरियाणा (Haryana) के कैथल को हनुमान जी का जन्म स्थान मानते हैं, इसको पुराने समय में कपिस्थल कहा जाता था. यहां माता अंजनी का एक मंदिर है.
एक मत यह है कि गुजरात के डांग जिले में अंजना पर्वत है, जहां पर अंजनी गुफा है. उसमें ही हनुमान जी का जन्म हुआ था.
कर्नाटक के हंपी में अनेगुंदी गांव है. वहां पर अंजेयानाद्री पर्वत पर स्थित गुफा को हनुमान जी का जन्म स्थान बताया जाता है.
बताया जाता है कि झारखंड में गुमला जिले के आंजन गांव में एक गुफा है, वहां पर हनुमान जी का जन्म हुआ था.
महाराष्ट्र के नासिक जिले में भी एक अंजनेरी स्थान है, जिसे हनुमान जी का जन्म स्थान बताया जाता है. यह त्रयंबकेश्वर से सात किमी दूर है.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव समान्य सूचना के लिए हैं हम इसकी सत्यता की पुष्टी नही करते हैं.
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