भोपाल। सीएम हेल्प लाइन 181 पर की गई शिकायत के निराकरण के जवाब में मर्यादित शब्दों में जवाब देना पीएचई भिंड के प्रभारी कार्यपालन यंत्री पीआर गोयल को महंगा पड़ गया है। उसे राज्य शासन ने तत्काल प्रभार से निलंबित कर दिया है।
भिंड जिले की लहार तहसील के रहावली बेहड़ गांव निवासी राहुल दीक्षित ने 7 जून 2020 को हैंडपंप सुधार के लिए 181 पर कॉल कर शिकायत की। जिसमें बताया कि बताया कि गांव में आंगनबाड़ी केंद्र के पास 8 माह पूर्व हैंडपंप खनन हुआ है। हैंडपंप का पूरा सामान नहीं डाला गया है। इससे हैंडपंप बंद है। शिकायत का निराकरण करने के बजाए पीएचई ईई पीआर गोयल की ओर से लिख दिया गया कि ‘हैंडपंप नहीं इसका दिमाग खराब है, हैंडपंप उखाड़कर शिकायतकर्ता की छाती में गाड़ा जाएगा।’ खास बात यह है इस बेतुके जवाब के बावजूद शिकायत को ग्वालियर अधीक्षण यंत्री ने बंद करा दिया। मामला सामने आया तो ईई गोयल ने कलेक्टर से सीएम हेल्प लाइन का आईडी पासवर्ड चोरी होने की शिकायत की है।
यह दिया था विवादित जवाब
कार्यपालन यंत्री के अनुसार शिकायतकर्ता पागल है। इसको मिर्गी के दौरे पड़ते हैं, कुछ भी बकता है। इसके पूरे परिवार को मिर्गी आती है। हैंडपंप खराब नहीं है, इसका दिमाग खराब है। पूरा पीएचई महकमा जानता है। मेरे हैंडपंप मैकेनिक के इस पागल ने कपड़े तक फाड़ दिए हैं। अब वक्त आ गया है कि चीनी युद्ध किया जाए, जो गोरिल्ला नीति है। हैंडपंप उखाड़कर शिकायकर्ता की छाती में गाड़ा जाएगा।
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