इजरायल-हमास युद्ध को 100 दिन हो गए हैं, लेकिन युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच हमास ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें ये दावा किया गया है कि इजराइली सेना के हमले में 2 इजराइली बंदियों की मौत हो गई है. इस पर इजराइल की सेना ने भी जवाब दिया है. सोमवार को गाजा में दो इजराइली बंदियों की मौत की घोषणा करने वाला वीडियो जारी करने के लिए इजराइल ने हमास की आलोचना की और कहा कि यह निर्दोष बंधकों का क्रूर उपयोग था.
इजराइल ने हमास के दावे को किया खारिज
सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने हमास के इस दावे को खारिज कर दिया कि दो बंधकों की मौत इजराइली बमबारी में हुई थी. उन्होंने कहा कि यह हमास का झूठ है. उन्होंने कहा कि कल हमास ने गाजा में इताय, योसी और नोआ निर्दोष नागरिकों को बंदी बनाए जाने का एक वीडियो जारी किया था. जिसमें हमास द्वारा इजराइल को युद्ध रोकने की चेतावनी दी गई थी.
डैनियल हगारी ने कहा कि यह इस बात का एक प्रमुख उदाहरण है कि कैसे हमास सोशल मीडिया को युद्ध के साधन के रूप में हथियार बना रहा है और अपने आतंकवाद के मोहरे के रूप में निर्दोषों के जीवन का शोषण करना जारी रखा हुआ है. इधर अपहरण के सौ दिन बाद कई इजराइली-जर्मन बंधकों के परिवार बर्लिन में एकत्र हुए हैं, और नेतन्याहू सरकार से युद्ध खत्म करने और उन्हें जल्द घर वापस लाने के लिए अनुरोध किया है.
बंधकों के मारे जाने की संभावना
वहीं हमास प्रवक्ता ने अबू ओबैदा कहा कि ने गाजा पट्टी में हमास द्वारा बंधक बनाए गए कई बंधकों के मारे जाने की संभावना है. उनमें से कई हाल ही में मारे गए थे, बाकी हर घंटे बड़े खतरे में हैं और जिसके लिए इजरायली सरकार और उनकी सेना जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिन में हमास अपने हमलों को और तेज करेगा.
इजराइल ने हमले तेज किए
इस बीच इजराइल ने अपने हमले तेज कर दिए हैं. आईडीएफ के जवानों ने मगाजी में 2 हथियारबंद आतंकवादियों की पहचान कर उनके हमले के प्रयास को विफल कर दिया. आईडीएफ सैनिकों ने इजरायलियों पर रॉकेट लॉन्च करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कई सक्रिय लॉन्च पैड्स का पता लगाया और उन्हें नष्ट कर दिया है. इसके अलावा, आईडीएफ टैंकों ने 5 आतंकवादियों को मार गिराया और एक भूमिगत सुरंग शाफ्ट का पता लगाया है.
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