तेहरान: ईरान (Iran) की राजधानी तेहरान में मंगलवार 30 जुलाई को दिन भर गहमा-गहमी रही। इसकी वजह राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन (President Masoud Pezeshkian) का शपथ ग्रहण समारोह था, जिसमें कई विदेशी प्रतिनिधिमंडल भी तेहरान पहुंचा था। व्यस्त दिन के बाद जब तेहरानवासी रात में सोने गए तो उन्हें नहीं पता था कि अगली सुबह उनका सामना ऐसी खबर से होने वाला है, जिससे पूरी दुनिया में हलचल मचने वाली है। ईरानी अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय समयानुसार सुबह 1:45 बजे फिलिस्तीन (Palestine) के चरमपंथी संगठन हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई है। वे शपथ ग्रहण में भाग लेने के लिए तेहरान में थे। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (IGRC) के एक प्रारंभिक बयान के अनुसार, हानिया के निवास पर मिसाइल से हमला किया गया। इसमें हानिया और उनके एक बॉडीगार्ड की मौत हुई। लेकिन अब इस दावे पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एक नई और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि हानिया की हत्या में उनके अंगरक्षकों का हाथ हो सकता है।
मध्य पूर्व की घटनाओं पर नजर रखने वाली वेबसाइट अमवाज मीडिया ने ये दावा किया है। तेहरान से किए गए अलग-अलग दावे भी इस कहानी की तरफ इशारा करते हैं। हानिया की हत्या के बाद आईआरजीसी की सहयोगी फार्स न्यूज एजेंसी ने दावा किया कि हानिया उत्तरी तेहरान में ईरान-इराक युद्ध के रिटायर्ड सैनिकों के लिए बने एक विशेष निवास में रह रहे थे। लेकिन आईआरजीसी की एक सहयोगी तस्नीम न्यूज एजेंसी ने ऐसी किसी सुविधा के बारे में कुछ नहीं कहा।
राष्ट्रपति निवास में ठहरे थे हानिया
अमवाज मीडिया ने एक अनाम स्रोत के हवाले से बताया है कि हानिया और राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल होने वाले दूसरे हाई प्रोफाइल मेहमान वास्तव में सादाबाद कॉम्प्लेक्स में रह रहे थे। यहीं ईरान के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास है। ऐसे में किलेबंदी जैसी व्यवस्था वाले परिसर के अंदर हमला विशेष रूप से दुस्साहसिक होगा। ईरानी अधिकारियों के लिए इसे स्वीकार करने पर बेहद ही शर्मनाक स्थिति होगी, क्योंकि इसी इलाके में दूसरे गणमान्य अतिथि रह रहे थे।
फिलिस्तीनी बॉडीगार्ड ने लीक की लोकेशन
ईरानी स्रोतों ने बताया कि हत्या के तुरंत बाद ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई। इसे सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के निवास में बुलाया गया था, जिसमें सरकार से लेकर न्यायपालिका और विधायिका के प्रमुख उपस्थित थे। अमवाज मीडिया ने आपातकालीन सत्र में भाग लेने वाले एक वरिष्ठ स्रोत के हवाले से बताया है कि उच्चाधिकारियों को शक है कि हानिया की हत्या में उनकी सुरक्षा में तैनात फिलिस्तीनी अंगरक्षकों का हाथ हो सकता है। स्रोत के अनुसार, तेहरान का प्रारंभिक आकलन है कि हानिया की सुरक्षा टीम से एक गुप्त सूचना के बाद हमास नेता को निशाना बनाने के लिए एक छोटे क्वाडकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया था।
क्वाडकॉप्टर इस्तेमाल किए जाने का प्रारंभिक आकलन इजरायल पर लगाए गए पिछले घटनाओं से मेल खाता है। ईरानी खुफिया सेवाओं ने भी बार-बार दावा किया है कि देश के अंदर छोटे ड्रोन के लिए सामान को इकट्ठा किया गया है। इसे तस्करी के जरिए ईरान में पहुंचाया गया है। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि इसके पीछे जमीन पर आधारित हथियार का इस्तेमाल किया गया हो सकता है। नवंबर 2020 में ईरान के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मोहसेन फखरीजादेह की हत्या में रोबोटिक हथियार का इस्तेमाल किया गया था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved