जेरुसलम (Jerusalem)। अरिक नानी शुक्रवार की रात अपना 26वां जन्मदिन मनाने के लिए दक्षिणी इजरायल (Southern Israel) में एक डांस पार्टी में गए थे, मगर उनको हमास के हमले (Hamas attacks) के बाद शुरू हुए एक नरसंहार के कारण मौके से भागना पड़ा. उनके चारों ओर आसमान में मिसाइलें (Missiles thundered in the sky) गरज रही थीं और हमास के बंदूकधारी भागने की कोशिश कर रहे लोगों को गोली मार रहे थे. गाजा के नजदीक किबुत्ज रीम के पास नेचर पार्टी में इजरायल के हजारों युवा हिस्सा ले रहे थे, जो पिछले 5 दशकों में देश पर सबसे बड़े हमले में शनिवार तड़के इजरायल में घुसने वाले फिलिस्तीनी बंदूकधारियों (Palestinian gunmen) का पहला निशाना बन गया।
हमास के हमले के समय मौके पर मौजूद एक शख्स ने बताया कि ‘मैंने हर दिशा से गोलियां सुनीं, वे हम पर दोनों ओर से गोलीबारी कर रहे थे. हर कोई भाग रहा था और नहीं जानता था कि क्या करना है. यह पूरी तरह से अराजकता थी.’ जैसे ही रॉकेट की आग चारों ओर फैली, पार्टी में शामिल घबराए हुए लोगों ने किसी भी तरह से भागने की कोशिश की. 23 साल की जोहर मारीव ने कहा कि ‘एक समय मैं और मेरा एक दोस्त उन लोगों के साथ एक कार में चढ़ गए जिन्हें हम नहीं जानते थे और हम बहुत सारे लोगों के साथ एक कार में चढ़ गए और गाड़ी भगाने लगे. कार में आग लगने के बाद वे पैदल भागे और घंटों तक छिपे रहे, जब तक कि उन्हें बचाया नहीं गया.’ मगर उनका प्रेमी अभी भी लापता था।
गाजा के करीब की जगहों पर हुए हमास के इस हमले में कम से कम 700 इजरायली मारे गए और दर्जनों लोगों का अपहरण कर लिया गया. इससे उस देश को गहरा झटका लगा है, जो लंबे समय से अपनी अत्यधिक कुशल सैन्य और सुरक्षा सेवाओं पर गर्व करता था. इजरायली मीडिया ने कहा कि अकेले नेचर पार्टी में आपातकालीन सेवाओं ने 260 शव इकट्ठा किए. इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (PM Benjamin Netanyahu) ने इस हमले पर अभूतपूर्व प्रतिक्रिया देने की कसम खाई है. इजरायली जेट विमानों ने गाजा पर लगातार बमबारी की है, जिसमें 400 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
शनिवार तड़के जब मिसाइलें गिरनी शुरू हुईं तो दक्षिणी और मध्य इजरायल में चेतावनी के सायरन बजने लगे. इसके बाद लोगों ने दोस्तों और रिश्तेदारों से संपर्क करने की कोशिश करना शुरू कर दिया. लोगों ने अपने सभी परिचितों को मैसेज भेजना शुरू किया. कई लोगों ने अपनी लाइव लोकेशन और मैसेज भेजकर लिखा था, ‘मुझे उम्मीद है कि कोई हमें बचाने आ सकता है.’ कई लोगों ने गड्ढों और किसी आड़ में छिपकर बचाव दलों के आने का इंतजार किया. जिन लोगों को बंधक बनाकर गाजा में ले जाया गया, उनमें से कई लोगों की पहचान उनके रिश्तेदारों ने टेलीविजन फुटेज देखने के बाद की है।
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