इंदौर (Indore)। लगभग आधा मानसून सीजन बीतने के बाद नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने खस्ताहाल हो रहे इंदौर बायपास और इंदौर-देवास सिक्स लेन हाईवे की अब जाकर सुध ली है। विभाग ने बायपास की नालियों की साफ-सफाई निजी एजेंसी से शुरू कराई है। इसके साथ ही देवास हाईवे की जगह-जगह उखड़ चुकी सडक़ों पर कच्चा पैचवर्क भी शुरू किया गया है।
पिछले महीने एनएचएआई ने बायपास और देवास हाईवे के मेंटेनेंस का ठेका पुणे की जीडी बेल्हेकर कंपनी को सौंपा है, लेकिन कंपनी ने मांगलिया और देवास के बीच के विभिन्न हिस्सों में गड्ढों में मलबा-चूरी डाल दी, जबकि कंपनी को मुख्य मार्ग (मेन कैरेज-वे) और सर्विस रोड दोनों का मेंटेनेंस करना है। बीते एक-डेढ़ महीने की बारिश में देवास हाईवे पर जगह-जगह गड्ढे उभर आए हैं। खासतौर पर जहां डामर की सडक़ बनी है या जहां जल निकासी नहीं होती है, वहां ज्यादा गड्ढे हो गए हैं। इसी तरह बीते छह-सात महीने से नालियों की भी सफाई नहीं हुई थी, जिससे कई जगह नालियां चोक हो गई हैं। वहां बुलडोजर की मदद से जमा गाद, कीचड़, मलबा, पत्थर और अन्य तरह का कचरा निकलवाया जा रहा है।
72 करोड़ रुपए में तीन साल के लिए दिया है ठेका
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल ने बताया कि विभाग ने इंदौर बायपास और इंदौर-देवास सिक्स लेन हाईवे के रखरखाव का ठेका 72 करोड़ रुपए में पुणे की एजेंसी को सौंपा है। विभाग ने इस काम की लागत 92 करोड़ रुपए आंकी थी, लेकिन उक्त एजेंसी ने सबसे कम दर पर काम करने की पेशकश की। कंपनी को तीन साल तक सडक़ का मेंटेनेंस करना होगा। नालियों की सफाई और गड्ढों को भरने का काम शुरू किया गया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved