इंंदौर, विशेष संवाददाता। चुनाव की तारीखों की घोषणा के पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र में चुनावी कमान अपने पक्ष में करने के लिए कमर कस ली है। इस बार आधे महाराष्ट्र की कमान मध्य प्रदेश के नेताओं के जिम्मे है और इसमें भी वह क्षेत्र शामिल है जहां भाजपा की हालत ठीक नहीं बताई जा रही।
सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान इसी पखवाड़े होने की संभावना है। चुनावी तैयारी को अंतिम रूप देने के मकसद से भाजपा ने आज महाराष्ट्र में महासंपर्क अभियान रखा है। महाराष्ट्र के सारे दिग्गज नेताओं के साथ ही देश के कई बड़े भाजपा नेता भी आज इस महासंपर्क अभियान में सडक़ पर रहेंगे। संघ के गढ़ नागपुर में प्रदेश के नगरीय प्रशासन और विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इसकी कमान संभालेंगे। यहां के 12 विधानसभा क्षेत्र की कमान विजयवर्गीय ने संभाल रखी है और हर विधानसभा क्षेत्र में उनके समर्थक अहम भूमिका में है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी घर-घर पहुंचकर संपर्क में जुटे थे। सुबह 9 बजे शुरू हुए इस अभियान के तहत पार्टी कार्यकर्ता घर-घर पहुंचे और केंद्र सरकार की उपलब्धियां तथा महाराष्ट्र सरकार के कामकाज पर लोगों से चर्चा की। यह अभियान आज देर रात तक चलेगा और पार्टी की तैयारी इस बात को लेकर है कि एक भी घर न छूटे।
[लाडक़ी बहना को भुनाने में लगी है पार्टी
लाडली बहना जैसी योजना के दम पर मध्य प्रदेश में फतह हासिल करने वाली भाजपा ने महाराष्ट्र में 3 महीने पहले लाडकी बहना योजना लागू की है। इसके तहत महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह दिए जा रहे हैं। पार्टी योजना का ज्यादा से ज्यादा फायदा लेना चाहती है इसी के तहत अब कार्यकर्ताओं को घर-घर भेज कर योजना के फार्म भरवाए जा रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यदि यह मास्टर स्टोक चल गया तो एक बार फिर महाराष्ट्र की सत्ता पर भाजपा शिवसेना गठबंधन काबिज हो सकता है।
अजीत पवार से गठबंधन घाटे का सौदा रहा
महाराष्ट्र में पिछले 1 महीने से सक्रिय मध्य प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं के मुताबिक एनसीपी के अजीत पवार धड़े से गठबंधन पार्टी के लिए घाटे का सौदा रहा और इसके कारण राज्य के एक बड़े हिस्से में भाजपा को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस गठबंधन को लेकर यहां के भाजपा कार्यकर्ताओं में भी खासी नाराजगी है।
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