नई दिल्ली। नासिक के ओझर स्थित हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) का एक कर्मचारी पाकिस्तान का जासूस निकला। वह लगातार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में था और भारत के लड़ाकू विमानों की जानकारी देता था। इसके अलावा एचएएल के एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के बारे में भी उसने पाकिस्तान को जानकारी दी है। महाराष्ट्र एटीएस ने उसे ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया। जहां से जासूस को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
नासिक के ओझर में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की शाखा है। एचएएल की यह यूनिट भारतीय वायु सेना के लिए इसलिए सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहीं पर लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई को अत्याधुनिक बनाने का काम चल रहा है। महाराष्ट्र एटीएस को एचएएल के इस कर्मचारी के बारे में जानकारी मिली थी कि वह भारत के बारे में खुफिया जानकारी पाकिस्तान को मुहैया करवा रहा है। इस पर एटीएस ने उस पर कई दिनों तक नजर रखी और जानकारी पुख्ता होने के बाद इस सीक्रेट ऑपरेशन को महाराष्ट्र एटीएस के प्रमुख देवेन भारती के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। एटीएस की कड़ी पूछताछ में उसने स्वीकार किया है कि वह लगातार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में था। उसने यह भी बताया कि वह काफी दिनों से भारतीय फाइटर प्लेन और संवेदनशील जानकारियों के साथ-साथ हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की भी जानकारी आईएसआई को पहुंचाता रहा है।
महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते ने एचएएल के इस कर्मचारी के नाम का अभी खुलासा नहीं किया है। उसके खिलाफ ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट की धारा 3, 4 और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसके पास से एटीएस को तीन मोबाइल फोन और 5 सिम कार्ड मिले हैं। इसके अलावा दो मेमोरी कार्ड भी जब्त किए गए हैं। यह सभी सामान फॉरेंसिक जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। एटीएस ने उसे अदालत में पेश करके 10 दिन की हिरासत में लिया है।
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