प्रभारी मंत्री ने ऊर्जा मंत्री तोमर के साथ लिया केन्द्रीय आलू अनुसंधान केन्द्र की जमीन का जायजा
ग्वालियर। अत्याधुनिक एयर टर्मिनल सहित एयरपोर्ट विस्तार की मंजूरी ग्वालियर के लिए बड़ी सौगात है। एयर कनेक्टिविटी बढ़ने से ग्वालियर क्षेत्र की प्रगति के नए दरवाजे खुलेंगे। यह बात जिले के प्रभारी एवं प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कही।
प्रभारी मंत्री सिलावट रविवार को प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के साथ केन्द्रीय आलू अनुसंधान केन्द्र की जमीन देखने पहुंचे थे। ज्ञात हो कि आलू अनुसंधान केन्द्र की जमीन पर ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया विमानतल का विस्तार प्रस्तावित है।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने कहा सौभाग्य की बात है कि केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर मप्र के निवासी हैं। दोनों केन्द्रीय मंत्रियों के आपसी समन्वय और प्रयासों की बदौलत ग्वालियर में अत्याधुनिक एयर टर्मिनल निर्माण सहित एयरपोर्ट का विस्तार होने जा रहा है। इसमें क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर का भी अहम योगदान रहा है। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया ने एयरपोर्ट के विस्तार के लिए धनराशि मंजूर करा दी है। साथ ही एयरपोर्ट के विस्तार के लिये केन्द्रीय कृषि मंत्री तोमर के निर्देश पर केन्द्रीय कृषि अनुसंधान परिषद ने आलू अनुसंधान केन्द्र की 110 एकड़ जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को आवंटित करने के लिये एनओसी (अनापत्ति प्रमाण-पत्र) जारी कर दी है। जल्द ही ग्वालियर में भव्य एयर टर्मिनल का निर्माण और एयरपोर्ट का विस्तार होगा।
सिलावट और ऊर्जा मंत्री तोमर ने एयरपोर्ट के लिए मिलने जा रही आलू अनुसंधान केन्द्र की जमीन का जायजा लिया। साथ ही नक्शे के माध्यम से भी जमीन की स्थिति समझी। यह जमीन पुराने एयरपोर्ट की दीवार से लगी हुई है। सिलावट ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आलू अनुसंधान केन्द्र द्वारा एयरपोर्ट के लिये दी जा रही जमीन के एवज में केन्द्र को जल्द से जल्द दूसरी जमीन उपलब्ध कराई जाए ताकि राष्ट्रीय स्तर के इस केन्द्र की गतिविधियों को और ऊँचाईयाँ प्रदान की जा सके।
जिला पंचायत सीईओ किशोर कान्याल एवं आलू अनुसंधान केन्द्र ग्वालियर के प्रभारी एसपी सिंह ने जानकारी दी कि आलू अनुसंधान केन्द्र की लगभग 425 एकड़ जमीन है। इसमें से 110 एकड़ जमीन एयरपोर्ट को देने के लिये एनओसी जारी हो चुकी है। आलू अनुसंधान केन्द्र परिसर में हाल ही में की गई जमीन की माप में यह बात सामने आई है कि यहां की 145 एकड़ जमीन एयरपोर्ट के लिये दी जा सकती है। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved