उज्जैन। धार्मिक नगरी उज्जैन में आज गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। प्रतिवर्ष के अनुसार आज सुबह श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली गुरु सांदीपनि के आश्रम में गुरुदेव का विधिवत अभिषेक पूजन किया गया। कोरोना प्रोटोकाल के चलते आमजनों का प्रवेश प्रतिबंधित होने से आश्रम के मुख्य द्वार पर ताला लगाया गया है। शहर में अन्य स्थानों पर भी गुरु पूर्णिमा महोत्सव के आयोजन हो रहे हैं।
कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए आज गुरु पूर्णिमा का त्यौहार भी विभिन्न धार्मिक स्थलों पर कोरोना प्रोटोकाल के साथ मनाया जा रहा है। आज के दिन हर वर्ष मंगलनाथ मार्ग स्थित महर्षि गुरु सांदीपनि के आश्रम में सुबह से ही लोगों की भीड़ उमडऩे लगती है। यहाँ परंपरा के मुताबिक गुरु सांदीपनि का सुबह अभिषेक पूजन और आरती की जाती है। इसके बाद जिला प्रशासन की ओर से भी कलेक्टर और कमिश्नर गुरु पूजन करने आते हैं। आज के दिन सांदीपनि आश्रम में देश-विदेश से श्रद्धालु भी पहुँचते हैं और गुरु पूजन करते हैं। कोरोना की तीसरी लहर के चलते जिला प्रशासन ने अभी सभी धार्मिक आयोजन में कोरोना प्रोटोकाल को अनिवार्य कर रखा है। इसी के चलते आज सांदीपनि आश्रम में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रखा गया है। सांदीपनि आश्रम के पुजारी पं. रूपम व्यास के अनुसार यही कारण है कि आज आश्रम के मुख्य द्वार पर ताला लगा हुआ है लेकिन सुबह आश्रम में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर साढ़े 6 बजे अभिषेक पूजन किया गया। इसके पश्चात प्रात: 8 बजे आरती की गई।
संभागायुक्त, कलेक्टर और कुलपति ने की सांदीपनि आश्रम में पूजा
आज सुबह 11 बजे के करीब सांदीपनि आश्रम में जिला प्रशासन की ओर से गुरु पूजन की परंपरा का निर्वहन करने के लिए संभागायुक्त संदीप यादव, कलेक्टर आशीष सिंह, कुलपति एस.एस. पांडेय, जिला शिक्षा अधिकारी रमा नाहटे आदि पहुँचे। यहाँ सभी ने विधि विधान से महर्षि गुरु सांदीपनि का जिला प्रशासन की ओर से परंपरागत पूजन अर्चन किया। इस दौरान मंत्रोच्चार के बीच हुआ कार्यक्रम। हर वर्ष यहाँ शिक्षा विभाग की मदद से भी कार्यक्रम आयोजित किया जाता है लेकिन इस बार सन्नाटा था।
संभागायुक्त, कलेक्टर और कुलपति ने की सांदीपनि आश्रम में पूजा
आज सुबह 11 बजे के करीब सांदीपनि आश्रम में जिला प्रशासन की ओर से गुरु पूजन की परंपरा का निर्वहन करने के लिए संभागायुक्त संदीप यादव, कलेक्टर आशीष सिंह, कुलपति एस.एस. पांडेय, जिला शिक्षा अधिकारी रमा नाहटे आदि पहुँचे। यहाँ सभी ने विधि विधान से महर्षि गुरु सांदीपनि का जिला प्रशासन की ओर से परंपरागत पूजन अर्चन किया। इस दौरान मंत्रोच्चार के बीच हुआ कार्यक्रम। हर वर्ष यहाँ शिक्षा विभाग की मदद से भी कार्यक्रम आयोजित किया जाता है लेकिन इस बार सन्नाटा था।
बटुक भैरव का प्रतिकात्मक चल समारोह निकला
श्री बटुक भैरव मंदिर में भी इस वर्ष प्रतीकात्मक रूप से गुरूपूर्णिमा महोत्सव मनाया जा रहा है। मन्दिर के प्रमुख पुजारी वरुण तिवारी ने बताया कि बटुक भैरव मन्दिर पर सर्वप्रथम सुबह 8 बजे अभिषेक पूजन किया गया, वहीं दोपहर 12 बजे मन्दिर पर ही प्रतीकात्मक रूप से चल समारोह निकाला गया। आज शाम 5 बजे से चलित भंडारे के रूप में महाप्रसादी वितरित की जाएगी। बडऩगर रोड पर आज त्रिशुल वाले बाबा के यहाँ भंडारा है।
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