नई दिल्ली (New Dehli) । देवगुरु (Devguru) बृहस्पति को ज्योतिष में विशेष स्थान (place )प्राप्त है। देवगुरु बृहस्पति (Jupiter) की कृपा से व्यक्ति का भाग्योदय (good luck) होना तय है। देवगुरु बृहस्पति को गुरु (Teacher) को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक ग्रह कहा जाता है। बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं। इस समय देवगुरु बृहस्पति मेष राशि में विराजमान हैं। 4 सितंबर को गुरु मेष राशि में वक्री होने जा रहे हैं। गुरु के वक्री होने से कुछ राशि वालों का भाग्योदय होना तय है। आइए जानते हैं गुरु के वक्री होने से किन राशि वालों को होगा जबरदस्त फायदा-
मेष राशि-
कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करेंगे।
शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए ये समय किसी वरदान से कम नहीं है।
आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना होगी।
दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा।
परिवार के सदस्यों के साथ समय व्यतीत करें।
मान- सम्मान और पद- प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
मिथुन राशि-
लेन- देन के लिए समय शुभ है।
इस समय निवेश करने से फायदा होगा।
धन- लाभ होगा, जिससे आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
नौकरी और व्यापार में तरक्की के योग बन रहे हैं।
यह समय मिथुन राशि के जातकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
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वृश्चिक राशि-
धन- लाभ होगा, जिससे आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
नौकरी और व्यापार के लिए समय किसी वरदान से कम नहीं है।
मान- सम्मान और पद- प्रतिष्ठा में वृद्धि के योग बन रहे हैं।
कार्यक्षेत्र में उच्च अधिकारियों के साथ संबंध मधुर होंगे।
जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करें।
धनु राशि
आपके जीवन में खुशियां और तरक्की लेकर आएगा।
सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे लोगों के लिए भी समय शुभ है।
इस दौरान प्रमोशन के भी योग बन सकते हैं।
दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा।
कार्यक्षेत्र में सब आपके काम की तारीफ करेंगे।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)
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