नई दिल्ली (New Delhi) । हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व बताया गया है. प्रदोष व्रत महीने में दो बार पड़ता है. एक शुक्ल पक्ष में और दूसर कृष्ण पक्ष में. यह दिन भगवान शिव को समर्पित है. अगर प्रदोष व्रत गुरुवार के दिन पड़े तो इसे गुरु प्रदोष व्रत (Guru Pradosh Vrat ) कहा जाता है. आज माघ माह के शुक्ल पक्ष का गुरु प्रदोष व्रत है. कहते हैं कि प्रदोष व्रत में भगवान शिव की सच्चे मन से उपासना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.
गुरु प्रदोष व्रत की शुभ मुहूर्त
गुरु प्रदोष व्रत 02 फरवरी को शाम 04 बजकर 25 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 03 फरवरी को शाम 06 बजकर 58 मिनट तक रहेगा. प्रदोष व्रत में प्रदोष काल में ही पूजा का विशेष महत्व होता है. प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा शाम सूर्यास्त से करीब 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक की जाती है.
गुरु प्रदोष व्रत की पूजा विधि
प्रदोष व्रत के दिन सवेरे-सवेरे उठकर स्नान करें और सफेद या पीले वस्त्र धारण करें. इस दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचना है. इस दिन पूरे घर में गंगा जल का छिड़काव करना है. शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव का दूध, दही और पंचामृत से अभिषेक करें. उसके बाद भगवान शिव को पीले या सफेद चंदन से टीका लगाएं. भगवान शिव को भांग, धतूरा और बेलपत्र अर्पित करें और उन्हें पुष्प चढ़ाकर भगवान शिव की आराधना करें. साथ ही साथ ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप भी करना है. माता पार्वती का भी ध्यान लगाना है.
प्रदोष व्रत के दिन भूलकर न करें ये गलतियां:-
1- गुरु प्रदोष व्रत के दिन घर के साथ मंदिर की पूजा से पहले सफाई करनी चाहिए। साथ-साथ इस दिन शिवलिंग पर तुलसी की पत्तियां, केतकी के फूल, कुमकुम, नारियल का जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
2- इस दिन भूलकर भी घर में लड़ाई-झगड़ा या विवाद न करें। व्रत कर रहे लोगों को दूसरों के लिए बुरी भावना अपने मन में नहीं लाना चाहिए।
3- प्रदोष व्रत के दिन तामसिक भोजन का सेवन ना करें। लहसुन प्याज वाला खाना नहीं खाना चाहिए। इन दिन मांस और मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
4- प्रदोष व्रत के दिन प्रातः देर तक नहीं सोना चाहिए तथा ना ही दिन में सोएं। बल्कि आपको दिन भर महादेव का ध्यान लगाना चाहिए।
5- महिलाओं को प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग को छूना नहीं चाहिए। ऐसा करने से माता पार्वती नाराज हो जाती हैं।
6- प्रदोष व्रत के दिन भूलकर भी काले कपड़े न पहने। काला रंग अशुभ माना जाता है। इस दिन लाल या पीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य से पेश की गई है, हम इन पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं. इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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