गुना। पापा पढ़ाई न करने पर डांटते, पीटते थे, इसलिए बेटे ने कुल्हाड़ी से उनकी हत्या (the killing) कर दी। घटना को नाबालिग पुत्र ने योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया था। बावजूद इसके वह पुलिस की गिरफ्त में आने से बच नहीं सका। यह सनसनीखेज खुलासा (sensational revelation) जिले के जामनेर थानातंर्गत गत दिवस घर (house under police station) में सोते समय एक व्यक्ति की कुल्हाड़ी से की गई नृशंस हत्या के मामले में हुआ है।
उल्लेखनीय है कि जामनेर निवासी दु्ल्लीचंद अहिरवार अपने घर में सो रहे थे। उनकी पत्नी और बच्चे अंदर वाले कमरे में सो रहे थे । इसी दौरान कुल्हाड़ी से उनकी हत्या कर दी गई थी। घटना की शिकायत पुलिस में उनके पुत्र ने दर्ज कराई थी। जिसमें उसने हत्या का संदेह पड़ोसी वीरेन्द्र अहिरवार पर जताते हुए कहा था कि अपनी साथी के साथ उसने वारदात को अंजाम दिया है। साथी को उसने कुल्हाड़ी लेकर छत से भागते हुए देखा था। इसके बाद पुलिस ने पड़ोसी वीरेन्द्र अहिरवार को गिरफ्तार कर लिया था।
जारी रही जांच
एसपी राजीव कुमार मिश्रा् के अनुसार मामले में संदेही को भले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, किन्तु जांच जारी थी । डॉग स्क्वाड, फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ की मदद लेने के साथ घटनास्थल का पुलिसअधिकारियों ने बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान घटना स्थल बनावटी प्रतीत होने से एवं मृतक के परिजनों से पूछताछ करने पर शक की सुई मृतक के पुत्र की ओर घूमी । पुलिस द्वारा उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो वह टूट गया और उसने अपने पिता की हत्या करना कबूल लिया।
पिता पढ़ाई न करने पर डांटतेे थे, इसलिए की हत्या
मृतक के नाबालिग पुत्र ने बताया कि उसके पिता उसे पढ़ाई न करने पर डांटा करते थे। कुछ दिन पहले उसके पापा ने उससे कहा था कि तू दसवीं की परीक्षा में फेल हो गया तो मारपीट कर घर से निकाल देंगे ।उसने तैयारी नहीं की थी, जिससे उसे फेल होने का डर था। उसने सोचा कि उसके पापा की पङ़ोसी वीरेन्द्र अहिरवार से पहले से नाली की बात को लेकर झगड़ा चल रहा था, क्यों न वह पापा को मार डाले और षडयंत्र रचकर पडोसी वीरेन्द्र अहिरवार को हत्या के केस में फंसा दे। जिससे उसको पढ़ाई को लेकर कोई रोक टोक नहीं होगी और हत्या का इल्जाम भी पड़ोसी वीरेन्द्र अहिरवार पर आ जाएगा । यहीं सोचकर उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
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