– राज्य में हर साल तीन लाख वाहनों की हो सकेगी रिसाइकिल
– टाटा मोटर्स 36 हजार वाहनों की क्षमता वाला स्क्रैप यार्ड बनाएगी
गांधीनगर/अहमदाबाद। केन्द्र सरकार की नई वाहन स्क्रैप नीति (Central Government’s new vehicle scrap policy) से गुजरात राज्य कारों का ‘मोक्ष धाम’ (Gujarat State Cars ‘Moksha Dham’) भी बन जाएगा। केन्द्र की नीति की घोषणा के साथ ही गुजरात सरकार ने वाहनों के पुनर्चक्रण के लिए छह कंपनियों के साथ समझौता किया है। एक अनुमान के हिसाब से यह कंपनियां तीन लाख से अधिक कार स्क्रैप को रिसाइकल करेंगी। इस नई नीति को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वर्चुअल तरीके से एक इंवेस्टर समिट के दौरान घोषित की है। इस दौरान यहां आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।
गांधीनगर में इंवेस्टर समिट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई स्क्रैप नीति की घोषणा के बाद टाटा मोटर्स और महिंद्रा री-साइक्लिंग सहित सात कंपनियों ने वाहनों के पुनर्चक्रण के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें से गुजरात की छह कंपनियाें के साथ गुजरात सरकार और एक असम की कंपनी के साथ असम सरकार का करार हुआ है। इन कंपनियों में टाटा मोटर्स अहमदाबाद, सेरो-महिंद्रा री-साइक्लिंग प्राइवेट लिमिटेड अहमदाबाद, सीएमआर कटारिया खेड़ा, मोडेस्ट इंफ्रा रतनपारा, मेस्कोट एंगिटेक घोघा /मालपुर, मोनो स्टील सीहोर और एक असम की एसएम ग्रुप शामिल है।
इस मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा जहाज रीसाइक्लिंग यार्ड यहां अलंग में काम कर रहा है। जहां वाहनों की स्क्रैप और रीसाइक्लिंग सुविधाएं पहले से ही उपलब्ध हैं और इसके लिए एक पूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र मौजूद है। गुजरात इस पारिस्थितिकी तंत्र का लाभ उठाना चाहता है और पंजीकृत वाहन स्क्रैपिंग सुविधाओं और स्वचालित फिटनेस केंद्रों को विकसित करने और स्थापित करने के लिए निवेश आकर्षित करना है।
इस मौके पर केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वाहन स्क्रैप नीति से अब वाहनों को एक फिटनेस टेस्ट से गुजरना होगा। इसके लिए देशभर में पीपीमोड के 400 व्हीकल फिटनेस सेंटर और 60 से 70 स्क्रैपिंग सेंटर बनेंगे। गडकरी ने कहा कि यह नई नीति देश में नए वाहनों को 40 फीसदी तक सस्ता बनाएगी।
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव एमके दास ने कहा कि गुजरात की यह छह कंपनियां राज्य में सालाना तीन लाख से अधिक वाहनों को रिसाइकिल कर सकेंगी। इससे करीब पांच हजार लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि निवेश करने के लिए गुजरात एक उत्कृष्ट स्थान है, क्योंकि यहां सड़कें, पानी, बिजली, गैस और रेलवे जैसी परिवहन विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध हैं।
टाटा मोटर्स के कार्यकारी निदेशक और वाणिज्यिक व्यवसाय के अध्यक्ष गिरीश वाघ ने कहा कि निवेश प्रोत्साहन गतिविधि के तहत हमने अहमदाबाद में वाहन स्क्रैपिंग सुविधा स्थापित करने के लिए गुजरात सरकार के साथ एक समझौता किया है। इस स्क्रैप सेंटर पर सालाना 36 हजार यात्री और वाणिज्यिक वाहनों को रिसाइकल किया जा सकेगा। केन्द्र सरकार की नई स्क्रैप नीति से सुरक्षित और प्रदूषमुक्त वाहनों के संचालन को बढ़ावा मिलेगा।
दरअसल, गुजरात एशिया का सबसे बड़ा शिप ब्रेकिंग यार्ड है। भावनगर जिले के अलंग में हर साल 250-300 जहाज स्क्रैप के लिए आते हैं। अब तक गुजरात को जहाजों का मुक्तिधाम कहा जाता था लेकिन अब वाहनों की री-साइकिलिंग होने से यह वाहनों का भी मोक्षधाम बने जाएगा। उल्लेखनीय है कि देश में सालाना 36 लाख कारों का उत्पादन होता है, जिसमें से करीब 12 लाख वाहन केवत गुजरात में बनते हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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