अहमदाबाद । गुजरात (Gujarat) में वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) से मवेशियों के टकराने की लगातार दूसरी घटना सामने आई है. शुक्रवार को हुए इस हादसे में ट्रेन (Train) के आगे का हिस्सा थोड़ा बहुत ही क्षतिग्रस्त हुआ है. फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. वहीं घटना को लेकर रेलवे (railway) की ओर से मवेशियों के मालिकों पर केस दर्ज कराया गया है.
रेलवे के मुताबिक घटना दोपहर करीब 3:44 पर वडोदरा मंडल में आणंद के पास हुई. यहां अचानक ट्रेन के सामने एक गाय आकर टकरा गई. ट्रेन गांधीनगर से मुंबई जा रही थी. हादसा होने के बाद ट्रेन को लगभग 10 मिनट तक रोके रखा गया. बताया जा रहा है कि ट्रेन को कोई खास नुकसान नहीं हुआ है. सिर्फ फ्रंट कोच यानी ड्राइवर कोच के आगे के हिस्से में मामली डेंट आया है. ट्रेन सुचारू रूप से चल रही है.
वतवा रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ निरीक्षक प्रदीप शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे अधिनियम, 1989 की धारा 147 के तहत केस दर्ज किया गया था, जो रेलवे के किसी भी हिस्से में अनधिकृत प्रवेश और उसकी संपत्ति के दुरुपयोग से संबंधित है. वहीं इन हादसों पर रेल मंत्री की सफाई भी आई है. गुजरात के आणंद में बोलते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पटरियों पर मवेशियों के साथ टकराव अपरिहार्य है और सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन को डिजाइन करते समय इसे ध्यान में रखा गया है.
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को भी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक हादसे का शिकार हो गई थी. यह मुंबई से अहमदाबाद आ रही ये ट्रेन वटवा और मणिनगर स्टेशन के पास जानवरों के झुंड से टकरा गई थी. हादसे के दौरान वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन का फ्रंट का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था. हादसे के बाद ट्रेन को करीब 20 मिनट तक रोकना पड़ा था. इस हादसे में 4 भैंसों की मौत हुई थी.
भारत की तीसरी वंदे भारत ट्रेन
बता दें कि यह देश में तीसरी वंदे भारत ट्रेन है. इससे पहले नई दिल्ली और वाराणसी तथा नई दिल्ली और माता वैष्णो देवी कटरा के बीच वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं. यह ट्रेन गांधीनगर से अहमदाबाद होते हुए मुंबई तक जाती है फिर वापस इसी रूट से होकर गांधीनगर वापस आती है. ये ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. इनमें जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर और हर कोच में चार आपातकालीन पुश बटन हैं.
देश में 400 और वंदे भारत चलाने की योजना
बता दें कि भारतीय रेलवे इन दिनों आधुनिकता पर जोर दे रहा है. रेलवे स्टेशनों को अपग्रेड किया जा रहा है. नई-नई हाई स्पीड ट्रेनें लॉन्च हो रही हैं. इसी कड़ी में सरकार ने भविष्य में पूरे भारत में 400 वंदे भारत ट्रेनें चलाने का फैसला किया है. चैंबर ऑफ मराठवाड़ा इंडस्ट्रीज एंड एग्रीकल्चर (CMIA) द्वारा आयोजित ‘डेस्टिनेशन मराठवाड़ा’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि मराठवाड़ा रेल कोच फैक्ट्री में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के करीब 1600 डिब्बों का निर्माण किया जाएगा. इनमें से प्रत्येक पर आठ करोड़ से नौ करोड़ रुपये की लागत आएगी. सरकार के मुताबिक नई वंदे भारत ट्रेनें 200 किमी प्रति घंटे (किमी प्रति घंटे) की अधिकतम गति प्राप्त करने में सक्षम होंगी.
पीएम मोदी ने गिनाई थी खूबियां
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 सितंबर को गुजरात में इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. उन्होंने गांधीनगर से लेकर अहमदाबाद तक इसमें यात्रा भी की थी. पीएम मोदी ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद अहमदाबाद में लोगों को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने वंदे भारत की खूबियां गिनाते हुए कहा कि वंदे भारत ट्रेन के अंदर प्लेन के मुकाबले 100 गुनी कम आवाज है. जो लोग प्लेन से यात्रा करते हैं वो एक बार इस चीज का अनुभव लेने के बाद इसी ट्रेन से यात्रा करना चाहेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि मैनें गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस के तेज रफ्तार सफर का अनुभव किया है. ये सफर था तो कुछ मिनटों का ही, लेकिन मेरे लिए बहुत गौरव से भरे क्षण थे.
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