नई दिल्ली (New Delhi) । विदेशी निवेशकों (Foreign Investors) के लिए गुजरात (Gujarat) पसंदीदा राज्य है। गुजरात ने वित्त वर्ष 2023-24 में 7.3 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) आकर्षित किया है। यह वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 55 प्रतिशत अधिक है। इसके साथ ही गुजरात FDI फ्लो के मामले में महाराष्ट्र के बाद देश में दूसरे स्थान पर पहुंच गया।
सालाना बढ़ोतरी में सबसे आगे
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाले उद्योग संवर्द्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के आंकड़ों का हवाला देते हुए राज्य सरकार ने कहा कि गुजरात FDI में सालाना वृद्धि के मामले में शीर्ष पर है। राज्य ने 2023-24 के दौरान FDI फ्लो में 2.6 अरब डॉलर की वृद्धि दर्ज की है।
क्या कहा राज्य सरकार ने
गुजरात सरकार ने कहा- राज्य ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान प्राप्त FDI की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान FDI प्रवाह में 55 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। इसके अलावा गुजरात को वित्त वर्ष 2022-23 में प्राप्त 4.7 अरब डॉलर की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 में 7.3 अरब डॉलर का एफडीआई प्राप्त हुआ। गुजरात 7.3 अरब डॉलर के एफडीआई प्रवाह के साथ कर्नाटक और दिल्ली से आगे निकलकर देश में दूसरे स्थान पर पहुंच गया।
महाराष्ट्र सबसे आगे
साल 2024 में 15.1 अरब डॉलर के कुल एफडीआई प्रवाह के साथ महाराष्ट्र शीर्ष स्थान पर है। उसके बाद 7.3 अरब डॉलर के साथ गुजरात दूसरे स्थान पर है। कर्नाटक, दिल्ली और तेलंगाना क्रमशः 6.6 अरब डॉलर, 6.5 अरब डॉलर और तीन अरब डॉलर के एफडीआई फ्लो के साथ तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं। गुजरात ने वित्त वर्ष 2021-22 में 2.7 अरब डॉलर, वित्त वर्ष 2022-23 में 4.7 अरब डॉलर और वित्त वर्ष 2023-24 में 7.3 अरब डॉलर का FDI हासिल किया।
क्या है FDI फ्लो के कारण
गुजरात में FDI फ्लो के प्रमुख कारण में अत्याधुनिक औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर, उद्योग अनुकूल नीतियां और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस शामिल हैं। क्लस्टर-आधारित औद्योगिक एस्टेट्स भी इस FDI फ्लो में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यही कारण है कि वित्त वर्ष 2023-24 में गुजरात ने मार्की प्रोजेक्ट्स जैसे कि सेमीकंडक्टर सेक्टर में भारी निवेश हासिल किया है।
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