अहमदाबाद । केन्द्र सरकार के आयुर्वेदिक डॉक्टरों को 58 प्रकार की सर्जरी करने की अनुमति देने के निर्णय का विरोध अभी थमा भी नहीं, कि अब राज्यभर के इंटर्न डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। यह इंटर्न अपना मानदेय बढ़ाने सहित अन्य मांगें कर रहे हैं।
सोमवार को अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज के इंटर्न डॉक्टर अपना कामकाज छोड़कर हड़ताल पर चले गये। इन डाॅक्टरों ने आज हाथों में राज्य सरकार के विरोध और अपनी मांगों के समर्थन के नारे लिखीं तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। इंटर्न डॉक्टरों का आरोप है कि गुजरात सरकार कोरोना अवधि के दौरान किसी अन्य राज्य की तुलना में डॉक्टरों को कम वेतन दे रही है।
एक इंटर्न ने बताया कि वह लोग वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ लगातार ड्यूटी कर रही हैं। तब उन्हें रुपये 12,800 का भुगतान किया जा रहा है, जो अन्य राज्यों के मुकाबले कम है। हम लोग वेतन बढ़ाने के लिए उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य सचिव सहित अधिकारियों से कई बार मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसलिए इंटर्न डॉक्टर अपनी तीन मांगों को पूरा करने तक हड़ताल पर रहेंगे।
राज्य के लगभग दो हजार इंटर्न डाॅक्टरों के हड़ताल से अस्पतालों में मरीजों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। कोरोना संकट के बीच राज्य के कोविड केन्द्रों के इंटर्न डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से कोरोना मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इंटर्न डॉक्टरों की हड़ताल को नगरपालिका अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों के जूनियर व सीनियर डॉक्टरों के साथ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी अपना समर्थन दिया। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार के आयुर्वेद के डॉक्टरों को सर्जरी करने की अनुमति देने के निर्णय के विरोध में राज्य के डॉक्टर पहले से ही विरोध जता रहे हैं।
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