गांधीनगर / अहमदाबाद । गुजरात का कई लाभकारी तत्वों वाला ड्रैगन फ्रूट अब कमलम के नाम से जाना जायेगा। राज्य सरकार ने ड्रैगन फ्रूट का नाम बदलकर “कमलम” रख दिया है। यह घोषणा मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने आज की है।
मुख्यमंत्री रूपानी ने कहा कि राज्य में पैदा होने वाला ड्रैगन फ्रूट चीन का नही है। यह फल कैक्टस जैसे पौधों पर उगता है और च्यूइंगम और अन्य जड़ी-बूटियों में इसका प्रयोग किया जाता है। इसलिए हमने इसे संस्कृत भाषा में नया नाम कमलम दिया है। उन्होंने बताया कि इस नाम को पेटेंट कराने की प्रक्रिया जारी है।
उल्लेखनीय है कि गुजरात के बनासकांठा, साबरकांठा, दक्षिण गुजरात सहित कच्छ में ड्रैगन फ्रूट उगाया जाता है। कच्छ में 275 एकड़ में इसका उत्पादन किया जाता है। दरअसल, क्षेत्र के किसानों ने सांसद विनोद चावड़ा को फल के नाम का बदलने के लिए ज्ञापन दिया था। किसानों का मानना है कि इस प्रोटीन युक्त फल का विदेशी नाम है। इसके बाद मुख्यमंत्री रूपानी ने इस फ्रूट का नाम ड्रैगन के बजाय कमल के फल के नामकरण की घोषणा की। खास बात यह है कि गुजरात में भाजपा के प्रदेश कार्यालय का नाम भी कमलम है।
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