गांधीनगर। गुजरात विधानसभा चुनावों (Gujarat Assembly Election) की तारीखों का ऐलान होते ही नेताओं ने अपनी बिसात बिछाना शुरू कर दिया है। पार्टियां (Parties) अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए ऐड़ी चोटी अपनाना शुरू कर दिया है।
आपको बता दें कि 1 और 5 दिसंबर को गुजरात (gujarat )में दो चरणों में मतदान होगा और 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के साथ परिणाम (Result) सुनाये जाएंगे। अब जबकि चुनाव आयोग (election Commission) ने अपने पत्ते खोल दिये हैं तो यह देखना भी जरूरी है कि आज की तारीख में कौन सा राजनीतिक दल गुजरात में कहां खड़ा है, लेकिन इस बार इतना तो तय है कि गुजरात में भाजपा और कांग्रेस के बीच आम आदमी पार्टी के कूंदने से मुकाबला त्रिकोणीय जरूर हो गया है। दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार गुजरात चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ प्रचार का मन बना रहे हैं। लंबे समय तक भाजपा के साथ मिलकर बिहार में सरकार चलाते रहे नीतीश कुमार अब आरजेडी-कांग्रेस के साथ हैं। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बिहार से बाहर भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश के तहत नीतीश कुमार पीएम मोदी के गृहराज्य में भी दस्तक देने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ”यदि हम (जेडीयू) चुनाव नहीं भी लड़ सके तो हमारे नेता नीतीश कुमार गुजरात चुनाव में भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगे।” खान ने कहा कि नीतीश पहले भी वसावा के समर्थन में प्रचार कर चुके हैं। गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को वोटिंग होने जा रही है। बीटीपी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में 6 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और उसे 2 पर सफलता मिली थी। वसावा ने 2017 में उस वक्त जेडीयू से इस्तीफा दे दिया था जब नीतीश ने दोबारा भाजपा से गठबंधन का ऐलान किया था। अब नीतीश एक बार फिर भाजपा से अलग हो गए हैं तो वसावा ने गठबंधन का ऐलान कर दिया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved