उज्जैन। कोरोना के कोहराम में भी महाकाल मंदिर आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। हालांकि शनिवार, रविवार और सोमवार को छोड़कर सामान्य दिनों में दर्शनार्थियों की संख्या कम आँकी जा रही है तथा 10 से 15 मिनट में ही दर्शन होने की जानकारी दर्शनार्थियों द्वारा दी जा रही है लेकिन जिस तरह से मंदिर में श्रद्धालु यहाँ वहाँ बैठ रहे है या फिर एक ही स्थान पर भीड़ एकत्र करते दिखाई दे रहे है उससे यह शंका है कि कहीं मंदिर कोरोना का हॉटस्पॉट न बन जाए। मंदिर प्रशासन के अधिकारी मंदिर में प्री बुकिंग व्यवस्था लागू करने पर जोर दे रहे है। सूत्रों का कहना है कि मंदिर प्रशासन द्वारा भले ही हर दिन श्रद्धालुओं से कोविड गाइड लाइन का पालन करने के लिए कहा जा रहा हो, बावजूद इसके अधिकांश श्रद्धालु बगैर मास्क लगाए ही अंदर प्रवेश कर रहे है। जानकारी मिली है कि प्री बुकिंग व्यवस्था लागू करने के लिए कलेक्टर से चर्चा की गई है। संभावना है कि जल्द ही इस मामले में कोई फैसला लिया जा सकता है।
श्रद्धालुओं के प्रवेश पर बड़ा फैसला
सोमवार या मंगलवार को कोरोना संक्रमण को लेकर क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक संभावित है जिसमें महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर बड़ा फैसला हो सकता है। कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान भी कोरोना संक्रमितों की संख्या बढऩे के बाद बड़े मंदिरों में सीमित समय में प्री-बुकिंग के आधार पर ही दर्शन व्यवस्था लागू की गई थी। इससे पहले अप्रैल मई 2021 में आई कोरोना की दूसरी लहर के बाद 28 जून 2021 को महाकाल मंदिर को ऑनलाइन प्री बुकिंग के माध्यम से खोला गया था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved