नई दिल्ली। दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन (GST Collection) 1.77 लाख करोड़ रुपये (Rs 1.77 lakh crore) हुआ। यह आंकड़ा लगातार दसवीं बार 1.7 लाख करोड़ रुपये से ऊपर के जीएसटी कलेक्शन को दिखा रहा है। हालांकि, एक और सच ये है कि ये अप्रैल 2024 के 2.1 लाख करोड़ रुपये (Rs 2.1 lakh crore) के जीएसटी कलेक्शन से काफी पीछे है। वहीं यह जीएसटी कलेक्शन (GST Collection) की वृद्धि पिछले तीन महीनों में सबसे कम भी है। चलिए समझते हैं कि जीएसटी कलेक्शन के बढ़ने और घटने का क्या मतलब है?
बीते छह महीने में जीएसटी कलेक्शन
– 1.82 जुलाई 2024
– 1.75 अगस्त 2024
– 1.73 सितंबर 2024
– 1.87 अक्टूबर 2024
– 1.82 नवंबर 2024
– 1.77 दिसंबर 2024
(आंकड़े लाख करोड़ में)
पिछली से बेहतर रहा इस तिमाही का जीएसटी कलेक्शन
अक्तूबर-दिसंबर 2024 में जीएसटी कलेक्शन का औसत देखा जाए तो ये 1.82 लाख करोड़ रुपये आया है जबकि इससे पिछली तिमाही यानी जुलाई-सितंबर 2024 के दौरान जीएसटी का औसत कलेक्शन 1.77 लाख करोड़ रुपये पर रहा था। वहीं अगर इसको पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले देखा जाए तो ये जीएसटी कलेक्शन 8.3 फीसदी ज्यादा रहा है।
जीएसटी राजस्व बढ़ने का अर्थ
इस बार की तिमाही में जीएसटी का राजस्व पिछली तिमाही से बढ़कर रहा है जो कि अर्थव्यवस्था के बेहतर प्रदर्शन का संकेत करता है। दूसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था लड़खड़ाती दिखी क्योंकि अप्रैल-जून के दौरान आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी 6.7 फीसदी से गिरकर 5.4 फीसदी पर आ गई थी। यह सात तिमाहियों का सबसे निचला स्तर था। इसी कारण से भारतीय रिजर्व बैंक के ऊपर भी नीतिगत दरों में बदलाव करने का दबाव देखा जा रहा है। आरबीआई को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.6 फीसदी की दर से बढ़त हासिल करेगी।
दिसंबर 2024 में जीएसटी कलेक्शन में 7.3 फीसदी की बढ़ोतरी
बता दें बीते वर्ष की समान अवधि यानी दिसंबर 2023 के मुकाबले दिसंबर 2024 में जीएसटी कलेक्शन में 7.3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बीते महीने करीब 1.77 लाख करोड़ (176857) करोड़ का जीएसटी कलेक्शन हुआ है, जो इससे पहले दिसंबर 2023 में करीब 1.65 लाख करोड़ का रहा था। नवंबर 2024 के मुकाबले देखा जाए तो इसमें गिरावट आई है।
जीएसटी कलेक्शन नवंबर महीने में सालाना आधार पर 8.5 प्रतिशत बढ़कर 1.82 लाख करोड़ रुपये रहा था। अबतक का सर्वाधिक जीएसटी कलेक्शन अप्रैल 2024 में 2.10 लाख करोड़ रुपये रहा था।
घरेलू लेन-देन से जीएसटी 8.4 प्रतिशत बढ़ा
बुधवार को सरकार की तरफ से जीएसटी कलेक्शन से जुड़े आंकड़े जारी किए गए। बीते महीने में घरेलू लेन-देन से जीएसटी 8.4 प्रतिशत बढ़कर 1.32 लाख करोड़ रुपये रहा जबकि आयात पर टैक्स से प्राप्त राजस्व करीब चार प्रतिशत बढ़कर 44,268 करोड़ रुपये रहा।
कुल कलेक्शन में केंद्रीय जीएसटी की हिस्सेदारी 32836 करोड़, राज्य जीएसटी 40499 करोड़, एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) 47,783 करोड़ रुपये और उपकर की हिस्सेदारी 11,471 करोड़ रुपये की रही है। इस अवधि के दौरान केंद्र सरकार ने कुल रिफंड के तौर पर 22490 करोड़ रुपये की धनराशि वापस की है, जो नवंबर के मुकाबले 45.3 प्रतिशत अधिक है।
अब बाजार में खरीदारी का माहौल लौट रहा
रिफंड समायोजन के बाद देखा जाए तो नेट जीएसटी कलेक्शन 3.3 प्रतिशत बढ़कर 1.54 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो दिसंबर 2023 में 1.49 लाख करोड़ रुपये का रहा था। जानकारों का कहना है कि आने वाले महीनों में भी जीएसटी कलेक्शन में तेजी देखने को मिल सकती है क्योंकि अब बाजार में खरीदारी का माहौल लौट रहा है। प्रॉपर्टी, इंजीनियरिंग गुड्स, एफएमसीजी ऑटो से लेकर तमाम क्षेत्रों में खरीदारी बढ़ रही है, जिसका असर जीएसटी कलेक्शन पर दिखाई देगा।
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