स्टॉकहोम । स्वीडन की रहने वाली जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने अमेरिकी मतदाताओं से जो बिडेन को चुनने के लिए कहा। ग्रेटा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव परिणाम बेहद महत्वपूर्ण है।
ग्रेटा ने कहा है कि ‘मैं कभी भी पार्टीगत राजनीति में शामिल नहीं होती लेकिन आगामी अमेरिकी चुनाव इन सबसे परे हैं। ” “एक जलवायु के दृष्टिकोण से यह काफी दूर है और आप में से कई ने अन्य उम्मीदवारों का समर्थन किया है।” “लेकिन, मेरा मतलब है…आप जानते हैं…बस संगठित हो जाओ और सभी बिडेन को वोट देने के लिए तैयार हो जाओ।”
बता दें कि बिडेन अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती दे रहे हैं। मालूम हो कि ट्रंप जलवायु परिवर्तन की चेतावनी और थनबर्ग की बातों को खारिज कर चुके हैं। इससे पहले ट्रंप ने कहा था,”ग्रेटा को अपने एंगर मैनेजमेंट प्रॉब्लम पर काम करना चाहिए।”
ग्रेटा ने संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करते हुए ट्रंप को चुनौती देते हुए कहा था, “आप कैसे हिम्मत करते हैं?” इसके जवाब में ट्रंप ने कहा था, “वह एक बहुत खुशहाल युवा लड़की की तरह लग रही है, जो एक उज्ज्वल और अद्भुत भविष्य की आशा कर रही है।”
वहीं, बिडेन ने थनबर्ग की जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई के लिए तारीफ की है। पिछले महीने, सम्मानित पत्रिका साइंटिफिक अमेरिकन ने भी पाठकों से 3 नवंबर को बिडेन को वोट देने का आग्रह किया था, लगभग 200 वर्षों में पहली बार इसने राजनीतिक रुख अपनाया।
I never engage in party politics. But the upcoming US elections is above and beyond all that.
From a climate perspective it’s very far from enough and many of you of course supported other candidates. But, I mean…you know…damn!
Just get organized and get everyone to vote #Biden https://t.co/gFttFBZK5O— Greta Thunberg (@GretaThunberg) October 10, 2020
गौरतलब है कि ग्रेटा थनबर्ग ने स्वीडन की संसद के सामने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अकेले प्रदर्शन करने के लिए पहली बार चर्चा में आई थीं। जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन में ग्रेटा ने ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करने में विफल होने के लिए “आपकी हिम्मत कैसे हुई(हाउ डेयर यू)” के शीर्षक वाले अपने वक्तव्य से दुनिया के नेताओं पर विश्वासघात का आरोप लगाया था। जिसके बाद ग्रेटा ने विश्व भर में अपनी छाप छोड़ी।
ग्रेटा ऑटिज्म से संबंधित एस्पर्जर सिंड्रोम से पीड़ित हैं। इस बीमारी में लोगों को मेलजोल बढ़ाने में समस्या होती है। ग्रेटा की इस बीमारी ने भी उन्हें आलोचकों के निशाने पर खड़ा कर दिया है। ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो ने उन्हें “दुस्साहसी बच्चा” कहा है।
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