रियाद (Riyadh)। सऊदी अरब (Saudi Arab) के ग्रैंड मुफ्ती शेख अब्दुल अजीज इब्न अब्दुल्ला अल शेख (Aziz Ibn Abdullah Al Sheikh) ने ऑफिशियल परमिट के बिना हज यात्रा को नाजायज करार दिया। शनिवार को ग्रैंड मुफ्ती और वरिष्ठ विद्वान परिषद के अध्यक्ष शेख अब्दुलअजीज अल शेख (Chairman Sheikh Abdulaziz Al Sheikh) की जोर से इस पर बयान जारी किया गया है। बयान में साफतौर पर कहा गया है कि किसी भी व्यक्ति को बिना परमिट के तीर्थयात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने सभी तीर्थयात्रियों से आधिकारिक दिशानिर्देशों और सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि धार्मिक प्राधिकार के सर्वोच्च पद पर आसीन शेख अब्दुल अजीज ने कहा कि हज परमिट प्राप्त करना और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से घोषित आधिकारिक दिशानिर्देशों को मानना जरूरी है।
ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब साम्राज्य (केएसए) में धार्मिक प्राधिकार के सर्वोच्च पद पर आसीन शेख अब्दुल अजीज ने कहा कि गलत तरीके से हज करना वेलफेयर को बढ़ावा देने और नुकसान को खत्म करने के शरिया के उद्देश्यों के खिलाफ है। किसी को भी हज में बिना परमिट (अनधिकृत भागीदारी) की अनुमति नहीं है। सऊदी में इस समय साल 2024 के हज सीजन के लिए दुनिया भर से करीब 20 लाख लोग हज के लिए पहुंच रहे हैं।
सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा के दौरान राजनीतिक नारेबाजी या संकेतात्मक प्रदर्शन पर भी नाराजगी जताई है। सऊदी सरकार की ओर से कहा गया है कि वार्षिक हज यात्रा एक धार्मिक आयोजन है ना कि राजनीतिक अभिव्यक्ति का मंच। ऐसे में यहां आए हाजी धार्मिक अनुष्ठान पर ही ध्यान दें। सऊदी अरब हज मंत्री तौफीक अल रबिया ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि हज इबादत के लिए है ना कि राजनीतिक नारेबाजी करने की जगह। हज पर आए लोगों को इससे बचना चाहिए।
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