- उज्जैन के ग्रांड होटल को अधिगृहित करने के लिए पत्र लिख रहा है पर्यटन विभाग
- उज्जैन में विस्तार की तैयारी में पर्यटन विभाग…
उज्जैन। महाकाल महालोक बनने के बाद उज्जैन में धार्मिक पर्यटन में हुए इजाफे के चलते अब पर्यटन विभाग उज्जैन में कई योजनाएं लाने की तैयारी में है। इसी कड़ी में पिछले दिनों महाराजवाड़ा को पर्यटन विभाग ने रिनोवेट करने का काम शुरू कर दिया है। इसी के साथ अब उज्जैन के ग्रांड होटल को भी पर्यटन विभाग अधिगृहित करने की तैयारी में है। इसके बाद पर्यटन विकास निगम के उज्जैन में पांच होटल हो जाएंगे।
उज्जैन का ग्रांड होटल काफी बड़ा और हेरिटेज प्रॉपर्टी है, जिसमें कई कमरों के साथ सामने इतना बड़ा लॉन है कि 1 हजार लोगों के साथ कोई भी समारोह आयोजित किया जा सकता है। हालांकि इस प्रॉपर्टी के अधिग्रहण को लेकर कई सालों से पर्यटन विभाग प्रयास कर रहा था, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की विशेष रुचि उज्जैन के विकास कार्यों में होने के चलते इस काम को तेजी मिल रही है। इस संबंध में प्रमुख सचिव पर्यटन विभाग से प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन विभाग को संभवत: आज एक पत्र लिखा जाएगा। अधिग्रहण के बाद पर्यटन विभाग इसे रिनोवेट करने का काम शुरू करता है तो इसके रिनोवेशन में ही करीब 2 साल लग जाएंगे। विभाग इसे नए सिरे से संवारेगा। मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के उज्जैन में पहले से तीन होटल मौजूद हैं, जो महाकाल महालोक बनने के बाद कभी भी खाली नहीं रहे। ये होटल अवंतिका, उज्जैनी और शिप्रा हैं। अवंतिका में 32, उज्जैनी में 33 और शिप्रा रेसीडेंसी में 43 कमरे हैं। इसके अलावा उज्जैन में उज्जैन दर्शन बस का संचालन भी पर्यटन विकास निगम कर रहा है, जो पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। 32 सीटर बस में हर दिन 26 से 30 पर्यटक यात्रा कर रहे हैं। ये बस पांच से छह घंटे में उज्जैन के छह प्रमुख मंदिरों में पर्यटकों को दर्शन करवा रही है। इस बस को विभाग यहां अक्टूबर 2022 से चला रहा है। विभाग इसके लिए प्रति पर्यटक 90 रुपए (प्लस टैक्स) किराया वसूल रहा है। वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड की योजना होम स्टे में भी कई लोगों ने अपने घरों, फॉर्म हाउस को होम स्टे, फॉर्म स्टे में बदला है, जिसका सीधा लाभ यहां आने वाले श्रद्धालुओं को मिल रहा है।