कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुश्किलें लगातार बढ़ा रहे हैं। उन्होंने सीएम को एक खत लिखा है जिसमें उन्होंने पूछा है कि शिखर सम्मेलन के जरिए 12 लाख करोड़ रुपये का निवेश का जो दावा राज्य सरकार कर रही है वह कहां-कहां हुआ है।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि जमीनी हकीकत दावों से मेल नहीं खाती है। यह आरोप लगाते हुए कि न तो राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा और न ही उनका विभाग उनकी चिट्ठी का जवाब दे रहा है। राज्यपाल धनखड़ ने लिखा कि न तो एसीएस, वित्त और न ही वित्त मंत्री अमित मित्रा, इस संबंध में मांगी गई जानकारी दे रहे हैं। बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट के पांच संस्करण में 12 लाख करोड़ रुपये के निवेश का दावा किया जा रहा है लेकिन कहां-कहां निवेश किया गया है यह बताया नहीं जा रहा। राज्यपाल ने राज्य विधानसभा के उस भाषण का उल्लेख किया जिसमें बंगाल सरकार ने बड़े पैमाने पर निवेश प्रस्तावों का दावा किया था, राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि जमीनी हकीकत दावों से मेल नहीं खाती है। एक फरवरी, 2019 को राज्य विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण से एक पैराग्राफ का हवाला देते हुए, उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे राज्य सरकार ने दावा किया कि शिखर सम्मेलन के पिछले संस्करणों में 12 लाख रुपये के संयुक्त निवेश प्रस्ताव के साथ सफलता मिली है। सरकार ने दावा किया कि 10 लाख करोड़ का निवेश मिला, जिनमें से 50 प्रतिशत से अधिक कार्यान्वयन के अधीन है।
राज्यपाल ने लिखा कि विधानसभा में राज्यपाल के संबोधन के अनुसार, फरवरी 2019 तक कुल निवेश 12,32,603 करोड़ रुपये का था। बंगाल के राज्यपाल की टिप्पणी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा उनके शासन में पूर्ण पारदर्शिता के लिए वकालत किए जाने के ठीक एक दिन बाद आई है। (एजेंसी, हि.स.)
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