मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा, जो 108 की तर्ज पर एयर एम्बुलेंस सेवाएं निजी कम्पनियों से दिलवाएगा, जल्द ही जारी होंगे टेंडर
इंदौर। मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य होगा, जो सडक़ पर एम्बुलेंस चलवाने के साथ-साथ हवा में भी उड़वाएगी। 108 की तर्ज पर इंदौर सहित प्रदेश में एयर एम्बुलेंस सुविधा दिलवाई जाएगी, ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में मरीज को अन्यत्र भिजवाए जाने पर निजी अस्पतालों द्वारा जो लूटपट्टी की जाती है, उस पर भी रोक लग सके। अभी देश के बड़े अस्पतालों के पास खुद की एयर एम्बुलेंस तो है ही, वहीं अन्य कम्पनियों से भी उन्होंने समझौता कर रखा है, जिसके चलते उनके द्वारा ही मांग की जाने पर एयर एम्बुलेंस उपलब्ध कराई जाती है। मगर अब कोई भी व्यक्ति सरकार द्वारा शुरू की जाने वाली सुविधा का लाभ उठा सकेगा। इसके लिए जल्द ही टेंडर जारी होंगे और निजी कम्पनी को ही निर्धारित शर्तों और तय कीमत लेने की शर्त पर ठेका दिया जाएगा। इसमें एक हेलीकॉप्टर के साथ एयर प्लेन भी एम्बुलेंस के रूप में उपलब्ध रहेगा।
अभी जिस तरह निजी अस्पतालों की तो एम्बुलेंस रहती ही है, वहीं 108 के जरिए भी सरकार ने सुविधा दे रखी है, जिस पर फोन लगाकर कोई भी व्यक्ति अपने मरीज के लिए एम्बुलेंस बुलवा लेता है। अब उसी तर्ज पर मध्यप्रदेश में एयर एम्बुलेंस की सुविधा भी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा दिलवाई जा रही है। उन्होंने प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह को इसके निर्देश भी दिए, जिस पर शासन स्तर पर इस नए प्रयोग को अमल में लाने की तैयारी भी शुरू हो गई। अभी शुरुआत में एक हेलीकॉप्टर और प्लेन के साथ इसे शुरू किया जाएगा। अभी नियम, शर्तें, दरें और अन्य महत्वपूर्ण बातें तय की जा रही है। उसके बाद इसके टेंडर जारी होंगे और शर्तों को पूरा करने वाली निजी कम्पनी को ही इसका ठेका दिया जाएगा। मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य होगा जो इस तरह की अनूठी पहल और नवाचार करेगा। अभी प्रदेश के कई स्थानों पर हवाई पट्टी तो नहीं है, मगर हेलीपेड अवश्य बने हैं, जहां पर मुख्यमंत्री या अतिविशिष्टों के हेलीकॉप्टर उतरते हैं। लिहाजा एयर एम्बुलेंस सुविधा में एक हेलीकॉप्टर भी शामिल किया जा रहा है, जो कि आपात परिस्थितियों में कहीं पर भी बने हेलीपेड पर उतर सकता है। जहां पर हवाईअड्डे या एयरस्ट्रीप की सुविधा नहीं है। वहीं इंदौर-भोपाल जैसे बड़े शहर, जहां पर एयरपोर्ट की सुविधा भी है, वहां पर हेलीकॉप्टर के अलावा एयरोप्लेन एम्बुलेंस सुविधा भी रहेगी। मध्यप्रदेश शासन के विमानन विभाग ने इस एयर एम्बुलेंस सुविधा को जल्द शुरू करने की तैयारी भी कर ली है और इस संबंध में अधिकारियों की एक बैठक भी कल हुई। वहीं प्रदेश की हवाई पट्टियों को भी नए सिरे से दुरुस्त किया जा रहा है। इसके लिए भी टेंडर बुलवाए जा रहे हैं। अभी निजी अस्पतालों द्वारा ही एयर एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई जाती रही है।
अभी इंदौर से मुंबई मरीज को ले जाने पर न्यूनतम 5 लाख का खर्चा
अभी आपातकालीन परिस्थितियों में अगर किसी मरीज को मुंबई या किसी अन्य बड़े शहर में शिफ्ट किया जाता है तो कम से कम 5 लाख रुपए का खर्चा आता है और समय भी एयर एम्बूलेंस की व्यवस्था करने में लगता है। यही कारण है कि अब प्रदेश की मोहन यादव सरकार एयर एम्बुलेंस की सुविधा देने जा रही है। इससे जहां समय की बचत तो होगी ही, वहीं जो अधिक राशि वसूल की जाती है उस पर भी रोक लगेगी और तय मापदण्डों के मुताबिक ही एयर एम्बुलेंस का किराया लगेगा। अभी निजी अस्पतालों द्वारा खुद की एयर एम्बुलेंस चलाई जाती है या अन्य निजी कम्पनियों से एयर एम्बूलेंस मंगवाकर उपलब्ध करवाते हैं। मगर ये सेवा अत्यधिक महंगी पड़ती है और रसूखदार अथवा पैसे वाले ही इसका लाभ ले पाते हैं। मगर अब सरकारी स्तर पर भी इस सुविधा के शुरू होने से जहां गंभीर या आपातकालीन परिस्थितियों में मरीजों की शिफ्टिंग आसान रहेगी, वहीं मनमाना किराया भी एयर कम्पनियां या निजी अस्पताल वसूल नहीं सकेंगे। शासन द्वारा जल्द ही इसके टेंडर बुलवाए जा रहे हैं, जिसमें दरों के साथ-साथ आवश्यक शर्तें और परिस्थितियों को भी शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री की मंशा है कि हर मरीज को इस तरह की सुविधा मिलना चाहिए। इससे प्रदेश के भीतर के मरीजों को भी जहां समय पर बेहतर इलाज मिल सकेगा, वहीं ऐसा पहला राज्य भी होगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved